साहित्यिक विभूतियों को किया गया सम्मानित

संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। दून पुस्तकालय और हिमालय पर्यावरण सोसयटी के संयुक्त तत्वाधान में पुस्तकालय के सभागार में साहित्यिक समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर साहित्य एवं विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशिष्ट लोगों को समानित किया गया। मुख्य अतिथि पद्म कांत शर्मा प्रभात वरिष्ठ साहित्यकार और सम्पादक कलाकुंज भारती, लखनऊ रहे। जिनको पत्रकारिता गौरव सम्मान से विभूषित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कलासाधक ज्ञानेंद्र कुमार चित्रकार संगीतकार ने की। जिन्हें कला साधक सम्मान से सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथियों में पर्यावरणविद जगदीश बाबला, उपाध्यक्ष राज्य बाल कल्याण परिषद व गीतकार असीम शुक्ल शामिल रहे। वरिष्ठ साहित्यकार शिक्षाविद डॉ लक्ष्मी कांत त्रिपाठी विमल के नव प्रकाशित काव्य संग्रह “अनंत आकाश” पर प्रथम समीक्षा कर विषद चर्चा भी हुई। मुख्यातिथि प्रभात ने कहा कि अनंत आकाश साहित्य की अनुपम कृति है जो यशजीवी रहेगी व रचनाकारों को प्रेरणा देने के साथ समाज को दिशा देती रहेगी। अन्य वक्ताओं ने अनन्त आकाश के बारे में कहा कि यह समाज को नई दिशा देने की सार्थक भूमिका निभायेगी। साहित्य जगत का यह अनुपम उपहार है। सभी वक्ताओं ने लेखक का अभिनंदन किया। उत्तराखण्ड राज्य बाल कल्याण परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बाबला ने डॉ त्रिपाठी को समाज का सच्चा एवं खरा हितैषी कहकर सम्बोधित किया और कहा कि उनकी रचनाएं समाज का मार्गदर्शन करने में सहायक सिद्ध होगी। स्वागत सम्बोधन एडवोकेट वर्तिका त्रिपाठी एवं आभार चन्द्रशेखर तिवारी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान लखनऊ से पधारे मुख्य अतिथि पद्म कांत प्रभात को दीर्घकालिक सेवाओ के लिए पत्रकारिता गौरव सम्मान और समाज हित में सेवा को तत्पर रहने वाले कुलवीर तडियाल समाज सेवी मौ मुजाहिद को सम्मानित किया गया। डॉ अमरदीप को श्रेष्ठ समाज सेवा हेतु उत्तराखण्ड गौरव सम्मान, डॉ माया सक्सेना को भरतनाट्यम के श्रेष्ठ गुरु के लिए उत्तराखण्ड नृत्य गौरव सम्मान एवं संगीत जगत में योगदान हेतु श्रीमती निशा मारकण्डेय को उत्तराखण्ड संगीत गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही लखनऊ के पत्रकार रविन्द्र भदौरिया को डॉ वाकणकर प्राचीन कला समान से सम्मानित किया गया। दून पुस्तकालय के पूर्व निदेशक एवं वर्तमान में सलाहकार प्रो बीके जोशी को उत्तराखण्ड गौरव सम्मान दिया गया। संचालन पर्यावरणविद् एवं संस्था अध्यक्ष जगदीश बाबला द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जीएस पाण्डे ने विमल जी के जीवन पर प्रकाश डाला। एपी सक्सैना, श्याम सिंह श्याम, रईस अहमद, डॉ राजेश डोभाल, श्रीमती संतोषी, श्यामल कान्त बासु, अलका तिवारी, आशीष तिवारी, अनिल अग्रवाल, डॉ. इन्दु अग्रवाल, डॉ झरना माथुर, श्री केडी शर्मा, एडवोकेट इरीना चन्द एडवोकेट, अनीता राणा एडवोकेट आदि अनेक साहित्यकार व एडवोकेट मौजूद रहे।