संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। विगत 156 वर्षों से निरंतर भगवान श्री रामचंद्र जी के आदर्शो का पालन करते हुए समाज के प्रत्येक वर्ग के व्यक्तियों को धर्म अधर्म और सच्चाई का रास्ता दिखाने के लिए श्री रामलीला कला समिति निरंतर प्रयासरत हैं। इसी क्रम में आज नॉर्वे दिन के मंचन में दिखाया गया कि भगवान राम सीता जी की खोज करते-करते पंचवटी के जंगलों में आगे बढ़ते हैं, जहां शबरी उन्हें अपने मीठे और झूठे बेर खिलाती है। इसके पश्चात भगवान श्री राम और श्री हनुमान जी का मिलन होता है। हनुमान जी भगवान श्री राम जी और सुग्रीव की मित्रता होती हैं। इसके पश्चात श्री राम और बाली का युद्ध होता है और बालि का अंत होता है। इसके पश्चात भगवान हनुमान जी को अपना दूत बनाकर लंका की ओर प्रस्थान कराते है और जय श्री राम जी के जयकारो से पंडाल गुंज उठा। आज भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल व अशोक वर्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम व भारतीय जनता पार्टी के नेता ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और पारम्परिक रामलीला के सुंदर मंचन की प्रशंसा करते हुए कलाकारो को भी खूब सराहा।
इसमें गौर करने लायक बात यह है कि रात्रि 9:00 बजे रामलीला का मंचन प्रारंभ होकर रात्रि 12:00 बजे तक चलता है। जिसमें छोटे बच्चे बड़े और बुजुर्ग अति उत्साह से रामलीला के मंचन का अवलोकन करते हैं। श्री रामलीला कला समिति के अध्यक्ष राकेश महेंद्रू और संरक्षक मंडल के महामंत्री सोमप्रकाश शर्मा ने आये हुए अतिथियों का मंच पर अंग वस्त्र पहना कर सम्मानित किया। समिति के अरविंद गोयल, हर्ष कुमार अग्रवाल, दयालचंद गुप्ता, शोभित मांगलिक, धनप्रकाश गोयल, तरुण शर्मा, शरद गोयल , मनोज सिंघल, घंश्याम स्वरूप शर्मा, बालेश गुप्ता, विकी गोयल, शुभम गोयल, योगेश भटनागर, हरिश चौहान, मिडिया प्रभारी मनमोहन जयसवाल एवं रोशन राणा उपस्थित रहे।