एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
फरीदाबाद। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद की छात्रा अंजली सैनी को जिला स्तरीय रोड सेफ्टी कंपटीशन में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री अजीत सिंह ने सम्मानित किया। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा के प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि इस से पूर्व विद्यालय स्तर और खंड स्तर की रोड सेफ्टी कंपटीशन में अंजली सैनी ने सराहनीय प्रदर्शन कर जिला स्तर की रोड सेफ्टी कंपटीशन में प्रतिभागिता करने का अवसर प्राप्त किया। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि रोड सेफ्टी कैंपेन के अंतर्गत सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और स्काउट्स गाइड्स द्वारा शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार समय समय पर विद्यालय में रोड सेफ्टी विषय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में सड़क दुर्घटनाओं से बचाव को लेकर सतर्कता रखने के लिए जागरूक किया जाता है। सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस प्रभारी प्राचार्य मनचन्दा ने कहा कि भारत में रोड ऐक्सिडेंट में विश्व में सबसे अधिक मृत्यु होती हैं। दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने के पश्चात भी पीड़ितों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कार्यरत विभिन्न गवर्नमेंट एवम नान गवर्नमेंट आर्गेनाइजेशन द्वारा समय समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी गुड सेमेरिटन कानून के माध्यम से सुरक्षा के लिए दिए गए कानून के बल के साथ राज्य सरकारों और अन्य सरकारी संगठनों ने इस बारे में सामान्य जनों को शिक्षित करने के लिए और देश को दुर्घटना मुक्त राष्ट्र के रूप में बदलने के लिए ट्रैफिक जागरूकता अभियान जैसी विभिन्न गतिविधियों को वृहद स्तर पर कार्यान्वित किया जा रहा है। रचनात्मक रूप से प्राथमिक चिकित्सा का गोल्डन ऑवर प्रशिक्षण के साथ जागरूकता कार्यक्रम प्रारंभ किए गए है ताकि दुर्घटना पीड़ितों को बिना समय व्यर्थ किए उपचार दिया जा सके। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने अंजली सैनी को बधाई देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी श्री अजीत सिंह का सराय ख्वाजा विद्यालय की छात्रा को सम्मानित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों से आगे आकर रोड सेफ्टी जागरूकता बढ़ाने में सहयोग करते रहने का आग्रह किया तथा कहा कि हेलमेट, सीट बेल्ट, गाड़ी की गति पर नियंत्रण रखने, यातायात चिन्हों का ध्यान रखना भी आवश्यक है। मनचंदा ने बताया कि विश्व के मात्र एक प्रतिशत वाहनों वाले देश में विश्व की दस प्रतिशत दुर्घटनाएं होना और एक लाख साठ हजार से भी अधिक मृत्यु प्रति वर्ष होना चिंताजनक है। शिक्षण संस्थानों में भी बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया आवश्यक हो गया है। उन्होंने छात्रा अंजली सैनी की अच्छी तैयारी के लिए प्राध्यापिका गीता एवम अन्य अध्यापकों का भी जागरूक करने के लिए प्रेरित करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के लिए सड़कें सुरक्षित हों इस के लिए हम सभी रोड सेफ्टी के नियमों की पालना सुनिश्चित करनी होगी।