व्यावसायिक कर उस पर अर्थदंड ऊपर से ब्याज बेहद निंदनीय : पंकज मैसोंन

संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 30 मई। दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष पंकज मैसोंन ने कहा की आज कल जिस तरह से बाज़ारो में नगर निगम द्वारा एक प्राइवेट कंपनी के 15 से 20 कर्मचारियों को हायर करके बाज़ारो में प्रतिष्ठानों से 7 साल का कर, ब्याज एवम अर्थदड सहित वसूला जा रहा है, उसका व्यापारी वर्ग पुरज़ोर विरोध करता हैं। आजकल जो ऑनलाइन शॉपिंग, बड़े-बड़े मॉल खुलते जा रहे हैं उससे व्यापारीयो की दुकानों में ग्राहक का आगमन भी कम होता जा रहा हैं। जिससे व्यापारी का व्यापार लगातार प्रभावित हो रहा है ऊपर से नगर निगम की कार्यवाही ने बुरा हाल कर रखा है।
पंकज मेंसोन ने कहा की व्यापारियों का कोरोना काल का 4 साल का व्यावसायिक कर माफ़ किया जाये, क्योंकि कोरोना काल में व्यापारी वर्ग लॉकडाउन के कारण उसका व्यापार पूरी तरह बंद एवं प्रभावित रहा हैं। जिसके कारण कई व्यापारियों की जान भी चली गई। व्यापार मंडल समय-समय पर माँग करता रहा की इस तरह के करों से छूट प्रदान की जाये, लेकिन सरकार द्वारा व्यापारी वर्ग को कोई भी राहत नहीं दी गई। जिसके कारण व्यापारी वर्ग की कमर टूट चुकी हैं। व्यापारी वर्ग को अपने परिवार का भरण पोषण करना भी अत्यंत ही मुश्किल हो रहा हैं। व्यापारी वर्ग नगर निगम द्वारा प्राइवेट कंपनी के द्वारा भेजे जा रहे कर्मचारियों का विरोध करते हैं। ऐसा ना हो की व्यापारी को अपना व्यापार बंद कर एक आंदोलन का रूप लेकर सड़को पर उतरना पड़े। व्यापारी वर्ग के ऊपर से व्यावसायिक कर पर जो ब्याज लगाया जा रहा है उसको माफ़ किया जाये। व्यापारीयों को व्यावसायिक कर को किश्तों में जमा करने की सुविधा प्रदान की जाये। व्यापारी वर्ग कोरोना काल के कारण एवं अपनी अन्य परेशानियों के करण नगर निगम द्वारा वर्ष 2016-17 से लागू इस प्रणाली के अन्तर्गत अपना स्वतः कर निर्धारण के फॉर्म नहीं भर पाया, जिस कारण नगर निगम द्वारा एक दम कठोर कार्यवाही व्यापारी वर्ग पर की जा रही है, जिसके अंतर्गत 7 वर्षों का व्यावसायिक कर एवं उस पर अत्यधिक ब्याज की रक़म व्यापारी वर्ग से की जा रही हैं। और जमा ना करने पर उससे जुर्माना भी वसूला जा रहा हैं। जो की व्यापारी वर्ग का गंभीर उत्पीड़न हो रहा हैं। व्यापारी वर्ग को समझ नहीं आ रहा है की वह क्या करे। 4 वर्ष का व्यावसायिक कर एवं ब्याज की धनराशि को माफ़ किया जाये। जो धनराशि शेष रहती हैं उसको एक वर्ष के अंदर-अंदर जमा करने का समय दिया जाये। जिससे व्यापारी वर्ग राहत की साँस ले सके। नगर निगम एक ऐसी संस्था है जो जनता को स्वास्थ्य, सफ़ाई एवं अन्य लाभ पहुँचाने का दायित्व है। नगर निगम का यह जिम्मा नहीं है की वह जनता को परेशान कर नाजायज ब्याज वसूल करने का कार्य करे। यह बहुत ही निंदनीय कार्य देहरादून नगर निगम द्वारा किया जा रहा है। जिसे देहरादून की सम्रांत जानता एवं व्यापारी वर्ग कभी भी सहन नहीं करेगा।