सराय ख्वाजा के पूर्व छात्र का डॉक्टरेट डिग्री के लिए चयन

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
फरीदाबाद। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद के पूर्व छात्र का डॉक्टरेट डिग्री के लिए बिट्स हैदराबाद और आर एम आई टी मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया में संयुक्त रूप से हुआ है। विद्यालय के प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि छात्र अरशद अली ने वर्ष 2017 ने विद्यालय से सीनियर सेकेंडरी परीक्षा विज्ञान संकाय से उत्तीर्ण की।
कक्षा एक से सीनियर सेकेंडरी तक की शिक्षा अरशद ने सराय ख्वाजा फरीदाबाद के विद्यालय से प्राप्त की। इस के पश्चात अरशद अली ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से बी टेक एवम एम टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में की तथा गोल्ड मेडल प्राप्त किया। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा और समस्त सराय ख्वाजा विद्यालय परिवार ने अरशद अली को बधाई देते हुए कहा कि अरशद अली प्रारंभ से ही विद्यालय का होनहार छात्र था। अरशद अली ने पढ़ाई के साथ साथ शिक्षेत्तर गतिविधियों में भी श्रेष्ठतम उपलब्धियां प्राप्त की। नेशनल लेवल जूनियर रेडक्रॉस कैंप हो या श्रीमद्भगवतगीता के श्लोकोच्चारण, संवाद, प्रश्नोत्तरी, निबंध, विज्ञान प्रतियोगिता आदि सभी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ सफ़लता प्राप्त की। अब अरशद अली का स्कॉलरशिप के आधार पर बिट्स हैदराबाद और आर एम आई टी मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया में संयुक्त रूप से प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट एंड अल्टरनेटिव सोर्स फ़ॉर एनर्जी विषय पर बतौर रिसर्च स्कॉलर चयन हुआ है।
अब तक के रिसर्च कैरियर में अरशद ने अपने दो रिसर्च पेपर अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स मे प्रकाशित कर चुके है एवम दो अन्य रिसर्च पेपर्स पर कार्यरत हैं। सराय ख्वाजा फरीदाबाद विद्यालय स्टाफ ने अरशद अली के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें सम्मानित किया तथा प्रार्थना की कि अरशद अली दिन प्रतिदिन सफलता की सीढ़ियां चढ़ते जाएं। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा ने कहा कि अरशद अली की सफलता से अन्य विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ने की सीख मिलेगी। उल्लेखनीय है कि पांच वर्षीय डॉक्टरेट रिसर्च प्रोग्राम पूर्णतया ज्वाइंटली फंडेड कार्यक्रम हैं। अरशद अली को प्रथम वर्ष बिट्स हैदराबाद में 45800 रुपए प्रति मास तथा अन्य चार वर्ष आर एम आई टी मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया से दो लाख अस्सी हजार प्रति माह की स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाएगी। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा ने अरशद अली से आग्रह किया कि जब भी समय मिले विद्यालय के विद्यार्थियों को अपने अनुभवों से लाभान्वित करने के लिए अवश्य आएं।