एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक का जहाज सजग, जोकि एक अपतटीय गश्ती जहाज है, पश्चिम एशिया में आईसीजी जहाजों की विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में तीन-दिवसीय यात्रा पर 29 नवंबर, 2023 को ओमान के मस्कट स्थित पोर्ट सुल्तान कबूस पहुंचा। इस यात्रा का उद्देश्य लंबे समय से चले आ रहे राजनयिक संबंधों को मजबूत करना, समुद्री सहयोग को बढ़ाना और रॉयल ओमान पुलिस कोस्ट गार्ड (आरओपीसीजी) एवं अन्य समुद्री एजेंसियों के साथ अंतरसंचालनीयता को बढ़ावा देना है।
इस यात्रा के दौरान, विभिन्न गतिविधियां और ऑनबोर्ड प्रशिक्षण एवं व्याख्यान, बोर्ड खोज एवं जब्ती (वीबीएसएस) तथा समुद्री खोज एवं बचाव (एम-एसएआर), अंतर-डेक यात्राएं, संयुक्त योग सत्र, योजना सम्मेलन एवं समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया (एमपीआर) के लिए टेबल-टॉप अभ्यास जैसे पेशेवर संवाद समेत कई बातचीत निर्धारित की गई हैं। कमांडिंग ऑफिसर द्वारा रॉयल ओमान पुलिस कोस्ट गार्ड सहित ओमान के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों और सरकारी अधिकारियों से शिष्टाचार मुलाकात की जाएगी। ओमान और भारत ने समान मूल्यों एवं विविध संस्कृतियों को साझा करते हुए ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ तथा मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध बनाए रखे हैं। आईसीजी और आरओपीसीजी के बीच नियमित संवाद वार्षिक रूप से आयोजित उच्च-स्तरीय बैठकों (एचएलएम) और समझौता ज्ञापन (एमओयू) के प्रावधानों द्वारा निर्देशित होने वाली आईसीजी जहाज यात्राओं के माध्यम से होती है। आईसीजी जहाजों की विदेशी तैनाती द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने और विदेशी मित्र देशों (एफएफसी) के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की संगठन की योजना के अनुरूप होती है। इस पश्चिम एशिया तैनाती के दौरान, जहाज का सऊदी अरब के अद दम्मम और संयुक्त अरब अमीरात के मीना राशिद बंदरगाह पर पहुंचने का भी कार्यक्रम है। यह यात्रा रॉयल ओमान पुलिस कोस्ट गार्ड (आरओपीसीजी), सऊदी बॉर्डर गार्ड्स एंड नेवल फोर्सेज और यूएई कोस्ट गार्ड्स एंड क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड कोस्टल अथॉरिटी (सीआईसीपीए) सहित प्रमुख समुद्री एजेंसियों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वर्षों से विकसित इन संबंधों का उद्देश्य समसामयिक समुद्री मुद्दों का समाधान करते हुए इस क्षेत्र में समुद्रों की सुरक्षा, संरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करना है। यात्रा के दौरान इन एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मियों के साथ बातचीत से क्षेत्रीय संरक्षा एवं सुरक्षा में और वृद्धि होगी। आईसीजीएस सजग की पश्चिम एशिया यात्रा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के समुद्री दृष्टिकोण, जिसे “सागर – क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास” के रूप में जाना जाता है, के अनुरूप “ग्लोबल साउथ” पर समुचित जोर देते हुए समुद्री सहयोग के माध्यम से मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने हेतु भारत के जारी प्रयासों को रेखांकित करती है।
आईसीजीएस सजग के बारे में
आईसीजीएस सजग भारतीय तटरक्षक के ओपीवी बेड़े का हिस्सा है, जो भारत के पश्चिमी तट पर गुजरात के पोरबंदर में स्थित है और कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पश्चिम) के परिचालन कमान के तहत संचालित होता है। यह जहाज आधुनिक हथियार प्रणालियों, सेंसरों, अत्याधुनिक समुद्री एवं संचार प्रणालियों से सुसज्जित है, जिसमें सतह एवं वायु संचालन को समर्थन देने के लिए एक समन्वित हेलीकॉप्टर भी शामिल है। सजग ने अतीत में तटीय सुरक्षा एवं आईएमबीएल/ईईजेड निगरानी, पारदेशीय-विरोधी अपराध और समुद्री एसएआर एवं प्रदूषण को नियंत्रित करने संबंधी अभियान सहित विभिन्न तटरक्षक अभियान चलाए हैं।