एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

देहरादून, 5 जुलाई। धामी सरकार ने पिछले तीन सालों में कुछ ऐसे साहसिक एवं ऐतिहासिक निर्णय लिए जैसे कि समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, उपद्रवियों द्वारा नुकसान हुई सरकारी और निजी संपत्तियों के नुकसान करने पर उपद्रवियों या दंगाइयों से भरपाई और वन विभाग की सरकारी जमींन पर अतिक्रमण करने वालों को तय समय में हटाना, महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण और धर्म परिवर्तन के विरुद्ध कानून बनाना इत्यादि।

वरिष्ठ ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन पद्म श्री डाॅ. बी. के. एस. संजय ने कहा कि गौरतलब है कि समान नागरिक संहिता एवं नकल विरोधी कठोर कानून बनाने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री धामी जी के कुशल मार्गदर्शन में बनाए गए कानूनों की अच्छाइयों को देखते हुए भारत सरकार इस तरह के कानून पारित करने की तैयारी कर रहा है। माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में बनाए गए कानून मील के पत्थर साबित होंगे और जिनके परिणाम न केवल अपेक्षित बल्कि दूरगामी होंगे।

मुलाकात के दौरान, पद्म श्री डॉ. बी. के. एस. संजय का नाम एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुबारा उल्लेखित होने के लिए, मुख्यमंत्री धामी ने डॉ. संजय को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी और कहा कि आप ऐसे ही भविष्य में अपने देश और प्रदेश उत्तराखण्ड का नाम विश्व पटल पर लाते रहें।

डॉ. संजय और उनके सुपुत्र डॉ. गौरव संजय ने हाल ही में अपने द्वारा अंग्रेजी में लिखी ”फ्रॉम द पेन ऑफ सर्जन” पुस्तक की एक प्रति मुख्यमंत्री धामी को भेंट की। जिसके लिए मुख्यमंत्री धामी ने डाॅ. बी. के. एस. संजय और डॉ. गौरव संजय को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी।

 

 

 

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