सकारात्मक और रचनात्मक होकर ही जी सकते हैं आर्दश जीवन : आचार्य डॉक्टर बिपिन जोशी

संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 20 जुलाई। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज दून योगपीठ की हाथीबड़कला शाखा में आयोजित वे ऑफ़ लाइफ जीवन की राह सत्संग में आचार्य डॉक्टर बिपिन जोशी ने कहा सकारात्मक और रचनात्मक होकर ही आर्दश जीवन जी सकते हैं। उन्होंने वर्तमान को महत्वपूर्ण बताते हुये, उसे सुधारने पर जोर दिया ताकि उज्जवल भविष्य बन सकें। आचार्य डॉक्टर बिपिन जोशी ने गुरु की परिभाषा बताते हुये अंधकार से उजाले की ओर ले जाने वाले को गुरु बताया।
इस पावन अवसर पर माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर महादेव में विशेष पूजा अर्चना की गई। पूजा अर्चना मे भाग लेने वाले लोगों को फलदार और छायादार वृक्ष वितरित किए गए। कार्यक्रम में योगाचार्य अंबिका उनियाल, योगाचार्य अभिलाषा, योगाचार्य मनोज जोशी, योग शिक्षक चंद्रशेखर, लक्ष्मी उनियाल, नीतू सबरवाल, श्रद्धा रतूड़ी, कमला थापा जितेंद्र मलिक आदि का विशेष सहयोग रहा।

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