यातायात की बढ़ती समस्याओं पर गोष्ठी का आयोजन

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 20 अक्टूबर। पुलिस महानिरीक्षक, निदेशक यातायात उत्तराखण्ड अरुण मोहन जोशी द्वारा आज राज्य में यातायात की बढ़ती समस्याओं और चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस Artificial Intelligence (AI) आधारित सॉल्यूशन के उपयोग पर एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह गोष्ठी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात दबाव को कम करने और चारधाम यात्रा के सुचारू प्रबंधन के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस आधारित समाधानों के संभावित उपयोग पर केंद्रित थी। गोष्ठी में यातायात प्रबन्धन सम्बधित सोल्यूशन तैयार करने वाले समूह आर्किडस के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया, जिनके द्वारा बैंगलुरु में यातायात प्रबन्धन के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सॉफ़्टवेयर Astram डेवलेप किया गया है। उक्त सोल्यूशन की वर्तमान परिवेश में प्रदेश की यातायात व्यवस्था हेतु उपयोगिता और कार्यप्रणाली पर विचार विमर्श किया गया। उक्त गोष्ठी में भविष्य में निम्न उद्देश्यों पर एक एआई बेस्ट सोल्यूशन तैयार किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया। राज्य में वर्तमान में यातायात से सम्बन्धित मौजूद हार्डवेयर तथा सोल्यूशन के साथ एआई का प्रयोग करते हुए एक डायनामिकआर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सोल्यूशन तैयार किया जायेगा। इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों, जैसे कि शहर के प्रमुख त्यौहारों,वीकेंड में यातायात दबाव,धरना प्रदर्शन,दुर्घटनाओं के कारण यातायात बाधित तथा अतिक्रमण को चिन्हित करने में व्यापक समाधान प्रदान किया जायेगा। इसका प्रमुख उद्देश्य यातायात की समस्याओं को अलग-अलग हल करने के बजाय किसी एक चौराहें, सड़क के लिए न होकर एक समग्र समाधान उपलब्ध कराना होगा। इस सॉफ़्टवेयर को मौजूदा हार्डवेयर ( ट्रैफिक सिग्नल, वीडियों मैसेजिंग डिस्पले रडार आदि ) से एकीकृत किया जायेगा। यह साफ्टवेयर आकड़ों के आधार पर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिस्टम स्वत: सिग्नल संचालन करेंगा और वीडियों मैसेजिंग के माध्यम से सूचनाएं प्रेषित करेगा। इसके साथ ही ट्रैफिक वाल्यूम का आंकलन कर जाम के कारणों की पहचान करने में सक्षम होंगा। जो यातायात के दबाव को कम करने में मददगार साबित होगा। इस साफ्टवेयर को एप के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय में वैकल्पिक मार्गों के लिए नोटिफिकेशन मिलेंगे, ताकि वे अत्यधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से बच सकें और यात्रा का समय कम हो सके तथा यातायात का दबाव भी घटे इसके साथ ही वाहन चालकों को पार्किंग की उपलब्धता, सड़क प्रतिबंधों और अन्य प्रासंगिक अपडेट के बारे में नोटिफिकेशन भेजेगा। प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आते हैं, जिससे तीर्थ मार्गों पर यातायात का दबाव काफी बढ़ जाता है। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सॉल्यूशन की मदद से, तीर्थयात्रियों की संख्या और वाहनों के आवागमन को ट्रैक किया जायेगा। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस द्वारा आंकड़ों के आधार पर भीड़ प्रबंधन, यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ना, और आपातकालीन स्थितियों में तत्काल निर्णय लेना इत्यादि ऑटो मोड पर स्वतः संचालित किया जायेगा। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिस्टम इस दिशा में समय पर और सटीक जानकारी प्रदान करेगा जिससे यात्रा सुरक्षित और सुविधाजनक हो सके। उक्त गोष्ठी में अरुण मोहन जोशी पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात उत्तराखण्ड द्वारा आर्केडिस समूह के पदाधिकारो को देहरादून शहर में मौजूद हार्डवेयर एवं सोल्यूशन का आंकलन करने हेतु निर्देशित किया तथा सम्पूर्ण आंकलन के उपरान्त वर्तमान परिस्थितियों एवं आवश्यकताओं के अनुरुप सॉफ्टवेयर डेवलेप करने एवं उस पर आने वाले व्ययभार से अवगत करायेंगे। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस आधारित समाधान यातायात प्रबंधन को वास्तविक समय में निगरानी करने, जाम की स्थिति की सूचना प्रदान करने और यात्रियों के मार्गदर्शन में सक्षम होगा। इस प्रणाली के माध्यम से मुख्य सड़कों, हाइवे और यात्रा मार्गों पर यातायात के प्रवाह को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा। यातायात की समस्याओं को समझकर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिस्टम समाधान प्रदान करते हुए यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करेगा। उक्त गोष्ठी में वैंकट सब्बा राव चुंदुरु, डायरेक्टर और ऑपरेशन प्रमुख, भारत, आर्केडिस, श्रीनिवास निदेशक सोल्यूशन डिलिवरी, आर्केडिस वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से तथा रचिन पराशर मैप माई इंडिया मौजूद रहे।