एस.के.एम. न्यूज सर्विस
देहरादून, 02 दिसंबर 2024। उत्तराखंड आंदोलन में उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति की घटक रही गोरखा संघर्ष समिति ने उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी संघ एवं वृक्षाबंधन अभियान के वैचारिक सहयोग से उज्ज्वल सभागार में उन प्रबुद्ध कलमकारों (पत्रकारों एवं छायाकारों) को सम्मानित किया जिन्होंने कि उत्तराखंड आंदोलन में विशिष्ट रचनात्मक भूमिका निभाई थी एवं वह उत्तराखंड आंदोलन के प्रत्यक्षदर्शी भी रहे थे।
आज प्रातः 11 बजे उज्ज्वल रेस्टोरेंट परेड ग्राउंड देहरादून में गोरखा संघर्ष समिति की ओर से सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के प्रत्यक्षदर्शी कलमकारों सुभाष गुप्ता, अजय गुलाटी, संदीप गोयल, मनमोहन लखेड़ा, प्रकाशमणि धस्माना, नीरज कोहली, के.एस. बिष्ट, जय सिंह रावत का गोरखा संघर्ष समिति द्वारा राज्य निर्माण के रजत जयंती वर्ष में अभिनंदन करते हुए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गोरखा संघर्ष समिति के 92 वर्षीय कैप्टेन (अ.प्रा.) जे.बी. कार्की (वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी) ने कहा कि आज समिति के द्वारा उन पत्रकारों को सम्मानित किया जा रहा है, जिन्होंने उत्तराखंड आंदोलन में उत्कृष्ट कलमकार की भूमिका पत्रकारिता क्षेत्र में प्रदान की थी। इन सभी पत्रकारो ने अपनी उत्कृष्ट लेखनी के माध्यम से उत्तराखंड आंदोलन को सड़क से संसद तक पहुंचाया था। गोरखा संघर्ष समिति के 92 वर्षीय वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी कै0 जे. बी. कार्की ने बतौर अध्यक्ष सम्बोधित करते हुए कथन किया कि उनके मन में यह टीस बनी हुई है कि उत्तराखंड प्रदेश निर्माण की वास्तविक शक्तियों को वह सम्मानजनक स्थान नहीं प्राप्त हुआ जिसके लिए वह लड़े थे। उन्होंने राज्य की दुर्दशा के लिए इस बात को जिम्मेदार ठहराया कि यदि राज्य निर्माण की सही शक्तियों को मौका मिलता तो राज्य की दशा व दिशा सही मार्ग पर बनती परन्तु ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने पत्रकारों एवं छायाकारों के योगदान को पुनः स्मरण करने की बात कही।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में वरिष्ठ पत्रकार रहे सुभाष गुप्ता ने कहा कि उस युग में जबकि आंदोलन चरम पर था तो अपनी आक्रमक एवं स्पष्ट शैली के लिए दो पत्रों (अमर उजाला एवं दैनिक जागरण) को तत्कालीन व्यवस्था का कोपभाजन व प्रताड़ना सहनी पड़ती थी। कभी बिजली काट दी जाती थी तो कभी पानी अवरुद्ध किया जाता था और आये दिन कोई न कोई छापा पड़ना तो आम बात होती थी। उन्होंने कहा कि उस दौर की पत्रकारिता बहुत साहसिक और निर्भीक थी।
आज के सम्मान कार्यक्रम की वैचारिक सहयोगी रहे वृक्षाबंधन अभियान (पंजी0) के रचियता एवं उत्तराखंड के प्रथम राज्यपाल द्वारा ‘सैनिक शिरोमणि’ से अलंकृत मनोज ध्यानी (वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी) ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में पत्रकार सुभाष गुप्ता, संदीप गोयल, दर्शन सिंह रावत, देवेन्द्र नेगी, (स्व.) राजेश देवरानी, मनमोहन शर्मा, (स्व.) हर्षवर्धन बहुगुणा, अजय गुलाटी, रविन्द्र नाथ कौशिक, प्रताप सिंह परवाना, मंगेश कुमार, मनमोहन लखेड़ा, नीरज कोहली, राकेश चंदोला, प्रो. आर.बी. पाण्डेय, डॉ. देवेन्द्र भसीन, केएस बिष्ट, जय सिंह रावत, देवेन्द्र सति, इंद्रेश कोहली, अनिल चटर्जी, सुश्री तृप्ति ठाकुर, अनिल वर्मा, विकास गुसाईं, दीपक बर्थवाल, राजेश बर्तवाल, नवीन थलेड़ी, संजय कोठियाल, बीएल सकलानी, सुभाष कुमार आदि प्रथम पंक्ति में शानदार पत्रकारिता कर रहे थे। उन्होंने जोड़ा कि यह वह पत्रकार थे जो आंदोलनकारियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए प्रत्यक्ष समाचार संकलित करते थे। उन्होंने कहा कि आज इन पत्रकारों में से कुछ साहसी पत्रकार चेहरे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका राज्य आंदोलन में योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ पत्रकार सुभाष गुप्ता, जय सिंह रावत, मनमोहन लखेड़ा, नीरज कोहली, संदीप गोयल, अजय गुलाटी आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, श्रीमती आशा नौटियाल, श्रीमती तारा पाण्डेय, उत्तराखंड आंगनवाड़ी संगठन की अध्यक्षा श्रीमती रेखा नेगी को भी उनकी सामाजिक क्षेत्र की विशिष्ट भूमिका को दृष्टिगत सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को उत्तराँचल प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष मनमोहन लखेड़ा ने संवाधित करते हुए कहा कि राज्य आंदोलन के 30 वर्ष बाद आखिरकार उन पत्रकारों व छायाकारों को याद व सम्मानित किया जा रहा है जो कि सदैव आंदोलनकारियों की वेदना को उठाते रहे। उन्होंने कहा कि राज्य मे आंदोलन की अवधारणा के विरुद्ध बनती योजनाओं पर गंभीर बहस निर्मित करनी चाहिए। उन्होने गोरखा संघर्ष समिति और वृक्षाबंधन अभियान की पहल को उत्कृष्ट बताया और उनका साधुवाद किया। कार्यक्रम को आंगनवाड़ी अध्यक्ष श्रीमती रेखा नेगी, श्रीमती आशा नौटियाल, पत्रकार संदीप गोयल, छायाकार अजय गुलाटी आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम मे कै. जे. बी. कार्की (अ.प्रा.) (अध्यक्षता), ‘सैनिक शिरोमणि’ मनोज ध्यानी (संचालनकर्ता), कै. सी.बी. थापा (अ.प्रा.), उपस्थिति थे। सम्मानित होने वाले पत्रकार एवं छायाकार मे सुभाष गुप्ता, संदीप गोयल, जय सिंह रावत, प्रकाशमणि धस्माना, के.एस. बिष्ट, दरबान सिंह बिष्ट, नीरज कोहली, मंगेश कुमार, अजय गुलाटी आदि शामिल थे। सम्मानित होने वाले समाजसेवी मे मनोज ध्यानी (वरिष्ठ आंदोलनकारी), श्रीमती आशा नौटियाल, श्रीमती तारा पाण्डेय, श्रीमती रेखा नेगी (अध्यक्ष आंगनवाड़ी संगठन) शामिल थे।
कार्यक्रम मे प्रबुद्ध समाज सेवी श्रीमती मेघा गोयल, सुश्री अर्चना नेगी, मदन सिंह भंडारी, प्रभात डंडरियाल, डॉ मुकुल शर्मा, श्रीमती मीनाक्षी गुलाटी, श्रीमती अनीता शास्त्री, सुश्री अंकिता कार्की, सोहन जुगरान, अनिल शास्त्री, आलोक गुप्ता, राजीव गुरुंग आदि उपस्थित रहे।