एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

बागेश्वर। जिले में होली पर्व के अवसर पर स्वंय सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हर्बल अबीर-गुलाल बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। सरस मार्केट में महिलाओं की इस अनूठी पहल का जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने निरीक्षण किया और उनके प्रयासों की सराहना की। स्वंय सहायता समूह की महिलाओं ने होली के लिए रासायनिक रंगों के विकल्प के तौर पर हर्बल गुलाल तैयार करने का कार्य शुरू किया है। यह गुलाल पर्यावरण के अनुकूल है और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है।जिलाधिकारी ने सरस मार्केट में जाकर महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे हर्बल गुलाल का निरीक्षण किया। उन्होंने महिलाओं की मेहनत और उनकी रचनात्मकता की प्रशंसा की और उनके प्रयासों को समाज के लिए प्रेरणादायक बताया। जिलाधिकारी ने स्वंय सहायता समूह की इस पहल को महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास न केवल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देता है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर भी बनाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस अनूठी पहल से होली पर्व के दौरान पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का संदेश देने का प्रयास महिलाओं द्वारा किया गया है। हर्बल अबीर- गुलाल बनाने का कार्य 6 महिला स्वंय सहायता समूह की 25 महिलाएं कर रही है। वर्तमान तक 60 किलो अबीर गुलाल बेचा गया। जिससे 12 हजार की आय प्राप्त हुई। महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में 75 किलो अबीर गुलाल की अन्य जगहों से भी मांग आयी है। उसके उपरांत जिलाधिकारी ने सरस बाजार में अन्य महिला समूहों द्वारा बेचे जा रहे स्थानीय उत्पादों का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि इन उत्पादों की पैकेजिंग को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पैकेजिंग में सुधार किया जाए। साथ ही पैकेटों के बाहर उत्पाद का मूल्य स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया जाए, जिससे ग्राहकों को खरीददारी में सहूलियत हो सके। जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी व बीडीओ को इस ओर प्रभावी रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।

 

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