रेडक्रास के डॉ. अनिल वर्मा को विकसित जीवन रक्त भूषण अवार्ड

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 19 मई। जिला रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वावधान में यूथ रेडक्रास कमेटी द्वारा रायपुर स्थित युवाओं के सर्वांगीण विकास, नशामुक्ति एवं पुनर्वास को समर्पित संस्था विकसित जीवन के प्रांगण में श्री महंत इंदिरेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर एवं सम्मान समारोह में में कुल 28 ग्रामीण युवाओं ने रक्तदान किया। इस अवसर पर यूथ रेडक्रास के अनिल वर्मा को “विकसित जीवन -रक्त भूषण अवार्ड” से सम्मानित किया गया। साथ ही डॉ. एमएस अंसारी, श्रीमती कल्पना बिष्ट, मोहन सिंह खत्री, विकास कुमार तथा मेजर प्रेमलता वर्मा को “विकसित जीवन सम्मान” से नवाजा गया। शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन डॉ. एमएस अंसारी, विशिष्ट अतिथियों राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सचिव कल्पना बिष्ट, यूथ रेडक्रास के डॉ. अनिल वर्मा, मैनेजिंग कमेटी सदस्य व समाजसेवी मोहन सिंह खत्री, सदस्य एवं ट्रैवल पैराडाइज प्रा लि० के मैनेजिंग डायरेक्टर विकास कुमार, मेजर प्रेमलता वर्मा, ब्लड बैंक समन्वयक मोहित चावला, शिविर अध्यक्ष व विकसित जीवन संस्था के निदेशक आकाश थॉमस तथा केंद्र प्रभारी नवीन सहोत्रा ने फीता काट कर किया। मुख्य अतिथि डॉ. एमएस अंसारी ने कहा कि दान मानवता की पहचान है। इसमें भी रक्तदान सर्वोत्तम दान है। इसमें एक व्यक्ति अपने रक्त का दान करके अनेक लोगों को जीवनदान देता है। अतः प्रत्येक युवा को स्वेच्छा से रक्तदान अवश्य करना चाहिए। शिविर संयोजक रक्तदाता शिरोमणि डॉ. अनिल वर्मा ने कहा कि रक्तदान जीवनदान का पर्याय है। परन्तु जो लोग नियमित रूप से रक्तदान करते हैं उन्हें 85 % कैंसर,90% हार्ट अटैक होने की संभावना नहीं रहती। साथ ही बीपी कंट्रोल रहता है। गंदा कोलेस्ट्रॉल एलडीएल कम होता है तथा अच्छा कोलेस्ट्रॉल एचडीएल बढ़ता है। एक बार रक्तदान करने से 650 कैलोरी बर्न होती है जिससे शरीर में जमा फैट कम हो जाता है। बोन मैरो एक्टिवेट होने से शरीर में नये ब्लड सेल्स बनते हैं जिससे शरीर में ऊर्जा व उत्साह का संचार होता है। इसके अलावा नियमित रक्तदान एंटी एजिंग का काम करता है जिससे आप बड़ी उम्र में भी जवान बने रहते हैं। साथ ही थैलेसीमिया रक्त रोग से बचने के लिए शादी करने से पहले लड़का-लड़की को थैलेसीमिया का टेस्ट करवाने की सलाह दी। डॉ० अनिल वर्मा ने डेंगू बुखार के कारण, उपचार तथा बचाव की महत्वपूर्ण जानकारी दी। साथ ही 2025 में टीबी मुक्त भारत अभियान में रेडक्रास की सक्रिय भूमिका के तहत् टीबी क्या है? टीबी कैसे फैलती है तथा टीबी के पक्के ईलाज की डॉट्स प्रणाली की पूरी जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विकसित जीवन संस्था के निदेशक आकाश थामस ने कहा कि रक्तदान के संबंध में अनेक अन्धविश्वास समाज में मौजूद हैं। ये सब आधारहीन तर्क हैं। सच्चाई यह है कि रक्तदान करने से न तो शरीर में रक्त की कमी होती है और न ही किसी प्रकार की कोई बीमारी लगती है। बल्कि नियमित रक्तदान करते रहने से तो शरीर अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचा रहता है। रेडक्रास सोसाइटी द्वारा सफल शिविर हेतु संस्था के निदेशक आकाश थॉमस, प्रभारी नवीन सहोत्रा, ब्लड बैंक मेडिकल ऑफिसर अपूर्वा भट्टाचार्जी, को-आर्डिनेटर मोहित चावला को शाल ओढ़ाकर तथा प्रतीक चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया गया। रक्तदान शिविर के कुशल संचालन में श्री महंत इंद्रेश हास्पिटल ब्लड बैंक की चिकत्साधिकारी डॉ. अपूर्वा भट्टाचार्जी, को-आर्डिनेटर मोहित चावला, तकनीशियन बिपिन कुमार तथा विकसित जीवन संस्था के निदेशक आकाश थॉमस, नवीन सहोत्रा, धनवीर रावत, अतुल कुमार ने विशेष सहयोग किया। संचालन आकाश थॉमस ने तथा धन्यवाद ज्ञापन मेजर प्रेमलता वर्मा द्वारा किया गया।