विद्यालय स्तर पर स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक का सफल आयोजन

एस.के.एम. न्यूज सर्विस
फरीदाबाद 21 मई। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सराय ख्वाजा, फरीदाबाद में विद्यालय स्तर पर स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक गरिमामय वातावरण में संपन्न हुई। इस बैठक में नवगठित समिति के सदस्यों का चयन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों के अभिभावकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करना तथा अभिभावकों के विचारों, सुझावों और समस्याओं को सुनकर विद्यालय की गुणवत्ता में सुधार करना था। विद्यालय के जूनियर रेड क्रॉस एवं सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड अधिकारी प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार मंचन्दा ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय की उपलब्धियों, चुनौतियों और आगामी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि एसएमसी की बैठक एक सामूहिक मंच है, जहां विद्यालय परिवार और अभिभावक मिलकर शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करते हैं। उन्होंने अभिभावकों के विचारों और सुझावों को विद्यालय की प्रगति में अहम बताया। बैठक में निर्दलीय पार्षद वार्ड नंबर 24, श्री जितेंद्र यादव उर्फ़ बिल्लू पहलवान भी उपस्थित थे। उन्होंने अभिभावकों एवं विद्यालय के प्रति अपना समर्थन प्रकट किया तथा एसएमसी की भूमिका और महत्व पर चर्चा की। उनके सुझावों ने अभिभावकों और विद्यालय प्रशासन दोनों को प्रेरित किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि अभिभावकों और विद्यालय प्रशासन के बीच संवाद को और मजबूत करने की आवश्यकता है, जिससे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहूलियत हो। इसके अतिरिक्त, श्री अजय ने भी बैठक में सक्रिय योगदान देते हुए अभिभावकों और विद्यालय के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विद्यालय की विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों का समर्थन किया और अभिभावकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर समाधान हेतु प्रयास करने का आश्वासन दिया। श्री अजय की लगातार सहभागिता से यह बैठक और भी प्रभावशाली बनी। बैठक में दीपांजली शर्मा (PGT, शारीरिक शिक्षा) ने भी स्वास्थ्य, स्वच्छता, छात्र हित गतिविधियों एवं खेल संवर्धन से जुड़े विषयों पर विस्तार से अभिभावकों को अवगत कराया। उनके द्वारा प्रस्तुत सुझावों ने अभिभावकों को विद्यालय की समग्र विकास योजना की बेहतर समझ दी और विद्यार्थियों के हित में आवश्यक पहलुओं पर जागरूकता बढ़ाई। इस अवसर पर नीतू जी और कदम जी ने भी अभिभावकों के हित में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने अभिभावकों से सीधे संवाद कर विद्यालय की गतिविधियों और छात्रों की उन्नति के लिए आवश्यक सहयोग की अपील की। दोनों के सकारात्मक दृष्टिकोण और सक्रिय भागीदारी ने इस बैठक की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। समिति के सदस्यों और अभिभावकों ने विद्यालय की कार्यप्रणाली के सकारात्मक पक्षों की प्रशंसा करते हुए अनेक व्यावहारिक सुझाव भी प्रस्तुत किए। इनमें विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियानों को और सशक्त बनाने तथा विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त सहायक संसाधन उपलब्ध कराने जैसे विषय शामिल थे। अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट हुआ कि वे विद्यालय के विकास में समान रूप से रुचि रखते हैं। इस बैठक का विशेष आकर्षण सभी अभिभावकों का उत्साहपूर्वक भाग लेना था। उन्होंने खुले मन से विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, भौतिक संसाधनों, विद्यार्थियों के व्यवहार और अध्यापन शैली पर अपने विचार साझा किए। विद्यालय प्रशासन ने प्रत्येक बिंदु को गंभीरता से लिया और उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। इस प्रकार, एसएमसी की यह बैठक विद्यालय और अभिभावकों के मध्य विश्वास एवं संवाद के पुल को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विद्यालय और अभिभावकों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने के लिए इस बैठक ने एक मजबूत आधार तैयार किया है। अभिभावकों द्वारा प्रस्तुत सुझावों को ध्यान में रखते हुए विद्यालय प्रशासन ने आगामी योजनाओं में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया है। यह पहल न केवल शैक्षणिक स्तर को ऊँचा करेगी, बल्कि विद्यार्थियों के समग्र विकास में भी सहायक सिद्ध होगी। अधिकारी प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार मंचन्दा ने अंत में सभी प्रतिभागी अभिभावकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस प्रकार के सहभागितापूर्ण आयोजन भविष्य में भी नियमित रूप से होंगे, जिससे विद्यालय और अभिभावकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो सके। उन्होंने विद्यालय परिवार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि हम सभी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। यह आयोजन अधिकारी प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार मंचन्दा के नेतृत्व, सहयोग और मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उपस्थित अभिभावकों ने विद्यालय की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की और इसे अत्यंत लाभकारी बताया। इस प्रकार की बैठकें विद्यालय की प्रगति और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में मील का पत्थर साबित होती हैं।