त्वरित चिकित्सीय हस्तक्षेप करने वाले सिद्ध चिकित्सकों की सराहना
एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली, 01 दिसंबर। आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने दो सिद्ध चिकित्सकों द्वारा हाल ही में एक उड़ान के दौरान एक सहयात्री को समयोचित चिकित्सीय सहायता प्रदान करने में दिखाए गए अनुकरणीय आचरण और नैदानिक कौशल की सराहना की है। श्री कोटेचा ने नई दिल्ली में डॉ. इलावरासन और डॉ. गौतम से मुलाकात की और वास्तविक जीवन की आपातकालीन स्थिति में उनकी सूझबूझ, जिम्मेदारी की भावना और सिद्ध वर्मम तकनीकों के प्रभावी उपयोग के लिए व्यक्तिगत रूप से उन्हें धन्यवाद दिया। उड़ान के दौरान एक यात्री को अचानक चक्कर आने लगे।
हालाँकि, केबिन क्रू ने प्रारंभिक प्राथमिक उपचार प्रदान किया, लेकिन यात्री की हालत अस्थिर बनी रही, जिसके कारण चिकित्सा सहायता के लिए घोषणा की गई। तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सिद्ध चिकित्सक डॉ. इलावरासन और डॉ.गौतम ने यात्री की जांच की और शास्त्रीय सिद्ध लिटलेचर में वर्णित विशिष्ट वर्मम उत्यदीपन तकनीकों का प्रयोग किया। कुछ ही मिनटों के भीतर यात्री को काफी राहत मिली, जिससे स्थिति को सुचारू रूप से स्थिर करने में मदद मिली।
आयुष मंत्रालय के सचिव ने डॉक्टरों के शांत, पेशेवर और करुणामय हस्तक्षेप की प्रशंसा की। उन्होंने ज़ोर दिया कि ऐसी परिस्थितियों में सिद्ध वर्मम चिकित्सा का व्यावहारिक उपयोग प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा दिए जाने पर आपात स्थितियों में इसकी सहायक क्षमता को उजागर करता है। यह घटना स्वास्थ्य सेवा वितरण में उनकी व्यापक उपयोगिता बढ़ाने के लिए सिद्ध वर्मम तकनीकों के बारे में अधिक जन जागरूकता और संरचित प्रशिक्षण के महत्व को भी रेखांकित करती है।
