संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 29 अगस्त। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से दिल्ली में भेंटवार्ता की। स्वामी और साध्वी ने हरित भेंट रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि श्री कोविंद पूर्व नहीं बल्कि अभूतपूर्व राष्ट्रपति है जिन्होंने अनेक नूतन आयामों को जन्म दिया। आपने विदेश में निवास कर रहें भारतीयों को अपने देश भारत का सांकृतिक दूत बताकर उन्हें गौरवान्वित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया। श्री कोविंद ने भारत और अन्य राष्ट्रों के मध्य जो संबंध है उनको जीवंत बनाये रखने हेतु अद्भुत कार्य किये। मेरी विदेश यात्रा के दौरान मैने देखा की वह गर्मजोशी आज भी बरकरार है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संचालित मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और दूसरे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में आपने महत्त्वपूर्ण भागीदार की भूमिका निभायी। भारत के राष्ट्रपति के रूप में आपका कार्यकाल अदभुत और विलक्षण रहा। स्वामी जी ने कहा कि हम परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश माँ गंगा के पावन तट पर उत्तराखंड को दिव्यांग बालिका मुक्त उत्तराखंड़ बनाने हेतु एक शिविर का आयोजन कर रहे हैं। हमने निश्चय किया है कि ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ के अवसर पर राज्य की सभी दिव्यांग बालिकायें जो दुर्भाग्यवश विकलांग हैं; पीड़ित हैं उन्हें नई तकनीक से बने कृत्रिम अंग प्रदान करने की योजना बनायी जा रही हैं ताकि वे आत्मसम्मान और गरिमा के साथ अपना जीवन जी सकें। रामनाथ कोविंद ने विगत वर्ष 28 और 29 नवम्बर 2021 को गंगा आरती में सहभाग और परमार्थ निकेतन के आध्यात्मिक वातावरण में रात्रिविश्राम की उन सुखद अनुभूतियों और स्मृतियों को याद किया। स्वामी जी और साध्वी जी ने हिमालय की हरित भेंट रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर श्री कोविंद जी का अभिनन्दन किया।