वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ली मासिक अपराध गोष्ठी

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

देहरादून 28 सितम्बर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियों तथा थाना प्रभारियों की मासिक अपराध गोष्ठी ली। गोष्ठी के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किये।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा की सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में गठित गम्भीर प्रकृत्ति के अपराधों लूट, डकैती, हत्या व अन्य के लम्बित मामलों का शीघ्र अनावरण करना सुनिश्चित करें। गम्भीर प्रकृति के अपराधों में वर्कआउट का पर्सेन्टेज कम से कम 70 प्रतिशत होना चाहिए, यदि किसी थाने का वर्कआउट पर्सेन्टेज 70 प्रतिशत से कम होता है, तो सम्बन्धित थाना प्रभारी को हटाया जायेगा। इसके अतिरिक्त गम्भीर प्रकृति के अपराधों में वांछित अभियुक्तों के विरूद्ध इनामी धनराशि को बढ़ाने के निर्देश दिए गये। महिला सम्बन्धी अपराधों बलात्कार, पोक्सो, एससी-एसटी एक्ट आदि की विवेचना को निर्धारित समयावधि के अन्दर समाप्त किया जाये, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये। साइबर अपराधों में आईटी एक्ट के तहत पंजीकृत अभियोगों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु सभी क्षेत्राधिकारी सर्किल वाइज टीमें बनाते हुए बाहरी राज्यों को रवाना करें। एक माह का विशेष अभियान चलाते हुए आईटी एक्ट के अभियोगों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। पारिवारिक विवादों की काउन्सलिंग के दौरान सवेंदनशीलता के साथ कार्य किया जाये, ऐसे विवादों में कम से कम 02 काउन्सलिंग अनिवार्य तौर पर की जाये। काउन्सलिंग हेतु अतिरिक्त तारीखें देते हुए काउन्सलिंग को अनावश्यक लम्बा न खींचा जाये, यदि काउन्सलिंग हेतु अतिरिक्त तारीखें देना आवश्यक हो तो सम्बन्धित अधिकारी से इसकी अनुमति प्राप्त कर ली जाये।  कंट्रोल रूम के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों पर रिस्पांस टाइम को कम से कम रखते हुए तत्काल मौके पर जाकर शिकायत का निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। पुलिस द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही से आम जनमानस के बीच एक सकारात्मक संदेश जाता है तथा उनका पुलिस के प्रति विश्वास बढता है। साथ ही दूसरे पक्ष पर भी इसका व्यापक असर होता है। गैंगस्टर एक्ट के अभियोगों में नामजद अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये, साथ ही उक्त अभियुक्तों के विरूद्ध धारा: 14 (1) की कार्यवाही करते हुए उनकी सम्पत्ति को अटैच किया जाये। वांछित गैंगस्टर अभियुक्तों के विरूद्ध ईनामी धनराशि को भी बढाया जाये। जिन अभियुक्तों के विरूद्ध गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी है, उनके जिलाबदर की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। सभी थाना प्रभारी इस बात को सुनिश्चित करें कि MDT एमडीटी सिस्टम किसी भी दशा में बंद न रखा जाये तथा किसी भी सूचना पर मौके पर जाकर रिस्पांस टाइम से कंट्रोल रूम को अवश्य अवगत कराया जाये। थानों पर नियुक्त किसी भी अधिकारी/कर्मचारी द्वारा यदि कोई अच्छा कार्य किया जाता है तो उसका नाम व कार्य का विवरण तत्काल उच्चधिकारियों को उपलब्ध कराया जाये, जिससे उनके उत्साहवर्धन के लिए उन्हें पुरूस्कृत किया जा सके। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में किसी भी सडक दुर्घटना के होने पर स्वंय मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें, साथ ही घटना की सूचना को मौके से ही अनिवार्य रूप से सडक परिवहन मत्रांलय द्वारा बनाये गये आई-रेड एप में भी फीड किया जाये। इसके अतिरिक्त सडक दुर्घटना में पीडित व्यक्ति की सहायता हेतु आगे आने वाले लोगों को भी चिन्हित करते हुए उनके नाम उपलब्ध कराये जायें, ऐसे व्यक्तियों को पुलिस मुख्यालय स्तर से पुरूस्कृत किया जायेगा। एमवी एक्ट के तहत ई-चालान के माध्यम से ओवर स्पीड, ओवर लोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने वाले, बिना हैलमेट, ट्रिपल राइडिंग व यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध अधिक से अधिक कार्यवाही की जाये। सभी थाना प्रभारी अपने- अपने थानों में एक रजिस्टर बनायेंगे, जिसमें थाना क्षेत्र में सोशल मीडिया पर भडकाऊ लेख लिखने, अवांछनीय पोस्ट कर जनभावनाओं को भडकाते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाडने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका विवरण अंकित किया जायेगा। उक्त विवरण को ऐसे व्यक्तियों द्वारा भविष्य में मांगे गये पुलिस सत्यापन, शस्त्र आवेदन तथा पासपोर्ट आवेदन में भी अंकित किया जाये। जिन थाना क्षेत्रों की सीमाएं राजस्व पुलिस क्षेत्र से लगती हो तथा राजस्व पुलिस क्षेत्र के ऐसे स्थानों को, जिन्हें रेगुलर पुलिस क्षेत्र में सम्मिलित किया जाना आवश्यक हो, सम्बन्धित थाना प्रभारी ऐसे स्थानों को चिन्हित करते हुए उनकी सूची तैयार कर लें। त्योहारी सीजन के दृष्टिगत सभी थाना प्रभारी यह सुनिश्चित कर लें कि किसी भी थाना क्षेत्र में कच्ची तथा अवैध शराब की तस्करी न होने पाये। यदि किसी थाना क्षेत्र में इस प्रकार की कोई सूचना प्रकाश में आती है तो सम्बन्धित थाना प्रभारी के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाले शिकायती प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाये तथा इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाये। साथ ही थानों पर लम्बित मालों का निश्चित समयावधि में निस्तारण सनिुश्चित किया जाये। उत्तराखण्ड पुलिस के ट्रैफिक आई एप के सम्बन्ध में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाये तथा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों का ट्रेफिक आई एप के माध्यम से भी चालान करने हेतु आम जन को प्रोत्साहित किया जाये। नशे के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में ड्रग पैडलर्स के विरूद्ध अपेक्षानुरूप कम कार्यवाही की गयी है। अत: सभी थाना प्रभारी मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें, साथ ही नशे की गिरफ्त में आये व्यक्तियों की भी नियमित रूप से काउंसलिंग कराते हुए उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। त्यौहारी सीजन के दौरान बाहरी जनपदों व प्रदेशों से आने वाले व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि रखी जाये, थाना क्षेत्र में घूमने वाले प्रत्येक फड/ठेली वाले तथा निवासरत बाहरी व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से सत्यापन सुनिश्चित किया जाये,  जिससे त्यौहारी सीजन के दौरान होने वाली घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

 

 

 

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