वायु सेना दिवस : सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड का वायु सेना को नमन

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

फरीदाबाद। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में भारतीय वायु सेना दिवस के अवसर पर सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस ने वायु सेना के शौर्य और अदम्य साहस को नमन करते हुए कृतज्ञता प्रकट की। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने वायु सेना के इतिहास से अवगत कराते हुए कहा कि स्वतंत्रता से भी पूर्व आठ अक्टूबर उन्नीस सौ बत्तीस को भारतीय वायुसेना की स्थापना हुई थी। भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है। वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल चार सितारा कमांडर होते है और वायु सेना का नेतृत्व करते है। भारतीय वायु सेना में किसी भी समय एक से अधिक एयर चीफ मार्शल सेवा में नहीं होते। भारतीय वायुसेना  भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, और वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है। प्रिंसिपल रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि स्वाधीनता से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजादी  के बाद इसमें से रॉयल शब्द हटाकर इंडियन एयर फोर्स कर दिया गया। वायु सेना दिवस पर वायु सैनिकों की बहादुरी, शौर्य और पराक्रम के लिए उन्हें बारम्बार नमन। वे हमारे आसमान के प्रहरी हैं। उनकी जीवटता, समर्पण, प्रतिबद्धता और कौशल सुनिश्चित करते हैं कि हमारा नभ सुरक्षित है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि भारतीय वायुसेना विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। भारतीय वायुसेना के पास कुल मिलाकर एक लाख सत्तर हजार सैनिक और एक हजार तीन सौ पचास लड़ाकू विमान हैं। अमेरिका, चीन और रूस के पश्चात भारत की सब से बड़ी वायुसेना है। शौर्य में हमारी वायुसेना किसी भी देश से पीछे नहीं है। ब्रिगेड अधिकारी और जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि सियाचिन ग्लेशियर पर स्थित एयरफोर्स स्टेशन भारतीय एयरफोर्स का सबसे उंचाई पर  एयरबेस है जोकि पृथ्वीतल से 22000 फीट की उंचाई पर स्थित है।वायुसेना का वेस्टर्न कमांड सबसे बड़ा एयर कमांड है जहां सोलह एयरबेस स्टेशन हैं। भारतीय वायुसेना के कुल साठ से ज्यादा एयरबेस हैं जोकि भारत के हर कोने में स्थित हैं। हमारी वायुसेना ने पाकिस्तान के साथ चार युद्धों व चीन के साथ एक युद्ध और कई बड़े मिशनों का  सफल परिणाम दिया है जिनमें ऑपरेशन विजय, गोवा का अधिग्रहण, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन कैक्टस व ऑपरेशन पुमलाई शामिल है। भारतीय वायुसेना ने संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में भी प्रमुखता से अतुलनीय योगदान दिया है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा,  प्राध्यापिका प्रज्ञा, प्राध्यापक राजीव लाल तथा अन्य अध्यापकों ने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए पोस्टर के माध्यम से भारतीय वायु सेना और सैन्य कर्मियों को नमन करते हुए उन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

 

 

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