जूनियर रेडक्रॉस द्वारा सराय विद्यालय में त्रिवेणी रोपण

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
फरीदाबाद। जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में विद्यालय प्रांगण में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में त्रिवेणी अर्थात बड, पीपल व नीम के पेडों को एक साथ लगाकर वृक्षारोपण किया व पौधों का संरक्षण करने के लिए ट्री गार्ड भी लगाए। बड़, पीपल और नीम तीनों को समान गुणी होने के कारण त्रिवेणी कहा जाता है। त्रिवेणी वृक्षारोपण का अध्यात्म में भी बहुत महत्व है। बड़ का वृक्ष महात्मा बुध का निवास स्थान था अतः इसे बोधि वृक्ष भी कहते हैं। यह कई रोगों में लाभदायक है। पीपल का वृक्ष, वृक्षों में सर्वश्रेष्ठ होने से वृक्षराज व धर्मवृक्ष कहा जाता है। इसका प्रयोग भी कई बीमारियों में होता है और यह 24 घंटे हमें ऑक्सीजन भी देता है। नीम वृक्ष प्रकृति का अनुपम वरदान तथा ईश्वर की अनमोल देन है। नीम स्वास्थ्य का भंडार है और अनेकानेक बीमारियों में लाभदायक है। जे आर सी एवम एस जे ए बी अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि पेड़ पौधे ऑक्सीजन के अच्छे स्त्रोत है। ऑक्सीजन है तो ही जीवन है। यदि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को धरोहर के रूप में कुछ देना चाहते हैं तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर शुद्ध ऑक्सीजन विरासत में दें। पेड़ पौधे लगाने से बढ़ता प्रदूषण तो रूकता ही है साथ में वर्ष के चक्र में भी बदलाव आता है। पौधा लगाने से प्राण वायु मिलती है। घर, परिवार आदि में होने वाले उत्सवों की प्रसन्नता को स्थाई बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाऐं। इस अवसर पर उपस्थित अध्यापकों जसबीर, अजय गर्ग, राजेश भाटी तथा जूनियर रेडक्रॉस सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए प्राचार्य मनचंदा ने बताया की जिस तेज गति से सड़क, भवनों व उद्योगों के विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई हो रही है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि हमारी आने वाली पीढ़ी ऑक्सीजन के लिए तरस जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि वृक्ष काटकर मत करो पाप, रोती धरती तुमको भी देगी अभिशाप। पेड़ों से वायु, वायु से आयु, कहते हैं सब वेद पुराण। एक वृक्ष 10 पुत्र समान – बिन पेड़ों के हो जाऐगा हम सबका जीवन सुनसान। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने त्रिवेणी रोपण करने के लिए सहयोग करने के लिए सभी का धन्यवाद करते हुए अध्यापक राजेश भाटी का विशेष रूप से ट्री गार्ड दिलवाने और विद्यालय की बारहवीं की छात्राओं का एक ट्री गार्ड उपलब्ध कराने के लिए हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त किया तथा सभी विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों से आग्रह किया कि त्रिवेणी रोपण के पश्चात हम इन को विकसित करने के लिए समय समय पर पानी, नढाई गुढ़ाई आदि का भी ध्यान रखें ताकि ये शीध्र बड़े वृक्ष बनकर हमें शुद्ध वायु अधिक मात्रा में प्रदान कर सकें।