गौशालाओं की चरागाह की भूमि पर उगायी जाए नेपियर घास

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों के माइक्रो मेनेजमेन्ट की बैठक आहूत की गयी। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने ब्लाकों में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों का निरंतर भ्रमण करते रहने के निर्देश दिए। गोआश्रय स्थलों में पशुओं के लिए हरा चारा, पानी, शेड, बिजली एवं भूसे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिन गोआश्रय स्थलों पर टीन शेड नहीं है उन पर अगस्त माह के अंत तक हर हाल में टीन शेड डालना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि गोवंश के संचालन के संबंध में सभी रजिस्टर गो आश्रय स्थल पर ही उपलब्ध रहें अन्यथा की दृष्टि में संबंधित के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाएगी। इसी के साथ संचालित सभी गोआश्रयों का ऑडिट अवश्य करा लें। डॉ0 दिनेश चन्द्र ने कहा कि गोआश्रय स्थल का प्रत्येक कार्य गोआश्रय पोर्टल पर अपलोड किया जाए। गौवंशों के भरण पोषण हेतु धनराशि संबंधित गौआश्रय स्थल को प्रत्येक माह डीबीटी के माध्यम से सीधे हस्तांरित की जायेगी। उन्होने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी अपने क्षेत्रों में 01 माह के अंदर अस्थाई गोआश्रय स्थल बनवाने हेतु भूमि चिन्हित कर अवगत कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने अगस्त माह के अंत तक तीन अस्थायी गोआश्रय स्थल शब्बीरपुर, कालाहेडी एवं कल्हडपुरराजपूत बनाना सुनिश्चित करें। नगर निकायों द्वारा बनायी जा रही नकुड, चिलकाना एवं देवबन्द में तीन गोशालाओं का निर्माण शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रत्येक तहसील में दो वृहद गोसंरक्षण केन्द्र और एक कान्हा गोशाला बनाई जाए। बंजर जमीनों पर अस्थाई गोशालाओं का निर्माण किया जाए। नगर एवं ग्राम विकास विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी निराश्रित गोवंश सडकों या किसानों के खेतों में न दिखे। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में कहीं पर भी चारागाह की जमीन पर अवैध कब्जा न हो। नैपियर घास की बुआई को प्रोत्साहित किया जाए। नेपियर घास के लिए चल रहे अभियान के अंतर्गत संरक्षित गोवंशो के लिए चारागाह की भूमि पर अधिक से अधिक नेपियर घास की बुआई की जाए। नेपियर घास के अतिरिक्त हरे चारे की बुवाई की जाए। संरक्षित पशुओं की चिकित्सा व्यवस्था में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। गौवशों के संरक्षण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होने पशु चिकित्साधिकारियों को गोवंश के स्वास्थ्य परिक्षण को प्रतिदिन करने एवं उन्हें पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री रजनीश कुमार मिश्र, सिटी मजिस्ट्रेट श्री गजेन्द्र कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री प्रणय कृष्ण, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी श्री राजीव कुमार सक्सेना सहित सभी उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी एवं लेखपाल उपस्थति रहे।

 

 

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