द्विवार्षिक प्रांतीय महाधिवेशन में बिजली कर्मचारी संघ ने उठायी 15 मांगे

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 15 दिसम्बर। उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ का 12वां द्विवार्षिक प्रांतीय महाधिवेशन राजधानी देहरादून के यमुना कालोनी स्थित अधिकारी मनोरंजन क्लब में आज से शुरू हो गया है। प्रबंध निदेशक पिटकुल पी.सी. ध्यानी ने मुख्य अतिथि के रूप में महाधिवेशन का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उद्घाटनकर्ता के रूप में कामरेड समर भंडारी प्रदेश सचिव सीपीआई ने भाग लिया। इस अवसर पर महाधिवेशन के मुख्य अतिथि प्रबंध निदेशक ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उन्होने जो 15 मांगे उठायी हैं उन मांगों में जो मांगे प्रबंध निदेशक स्तर की होगी वह उसे प्राथमिकता के आधार पर हल करने का प्रयास करेंगे और जो मांगे शासन स्तर की हैं उन्हें पूरा कराने के लिए जो भी मुनासिफ कदम होंगे वह उठाये जायेंगे।
उन्होने कहा कि कर्मचारियों के बिना सहयोग के कोई भी संस्थान नहीं चल सकता। विकास व संस्थान को गति देने के लिए कर्मचारियो का सहयोगी होना आवश्यक है। कर्मचारियों को भी अपनी समस्याएं विभाग के स्तर पर वार्ता के द्वारा उठाना चाहिए। आंदोलन से जितना हो उतना दूरी बनाकर रखें। आंदोलन किसी समस्या का हल नही होता। वार्ता के माध्यम से सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
इस अवसर पर उद्घाटनकर्ता समर भंडारी ने कहा कि उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ के प्रत्येक सदस्य को वह आश्वासन देते हैं कि उनकी जो भी जायज मांगे हैं उसके समाधान के लिए सदैव सीपीआई सहयोगी रहेगी। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में कर्मचारियो का भी विशेष सहयोग रहा है। अपने ही राज्य में कर्मचारियो की समस्याओं का समाधान होना आवश्यक है।
इस अवसर पर उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ (एटक) के प्रांतीय अध्यक्ष विनोद ध्यानी ने कहा कि महाधिवेशन के माध्यम से संघ आज अपनी 15 सूत्रीय मांगो को उठा रहा है। जिसमे मुख्य रूप से यह मांग शामिल है कि तीनो निगमो के कर्मचारी हितो से संबंधित आदेशो में एकरूपता लायी जाए तथा उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लि. में प्रशासनिक अधिकारी के रिक्त पदो पर तत्काल प्रभाव से पदोन्नति की जाए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रधान महामंत्री प्रदीप कुमार कंसल, देवेन्द्र कुमार शर्मा, शिव प्रसाद भट्ट, अनिल उनियाल, प्रदीप कश्यप आदि शामिल थे।