एन्टी ह्यूमन ट्रफिकिंग यूनिट ने चलाया रेस्क्यू अभियान

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। एन्टी ह्यूमन ट्रफिकिंग यूनिट देहरादून द्वारा आईएसबीटी क्षेत्रान्तर्गत जिला टास्क फोर्स एवं विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी विभागों के साथ मिलकर रेस्क्यू अभियान चलाया। कूड़ा बीनने, भिक्षावृत्ति, बालश्रम में लिप्त 09 बच्चों को रेस्क्यू किया गया। नाबालिग बच्चो से बालश्रम कराने वाले 4 नियोजकों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किये गये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा शहर के चौकों, सड़को पर बाल भिक्षावृति, बालश्रम के विरुद्ध आ रही शिकायतों के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने व ऐसे बच्चों के पुनर्वास हेतु अन्य संबंधित विभागों, संस्थाओ से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उक्त संबंध में ज़िला प्रशासन व देहरादून पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से बाल भिक्षावृति व बाल श्रम से मुक्त दून अभियान ऑपरेशन मुक्ति चलाया जा रहा है। उक्त अभियान के तहत प्रभारी एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट देहरादून के नेतृत्व में आज एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट देहरादून द्वारा विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी विभागों, संगठनों से समन्वय स्थापित कर भिक्षावृत्ति की रोकथाम एवं ऐसे बच्चे, जो भीख मांगने, कबाड़ उठाने एवं कूड़ा बीनने में मजबूर हैं तथा जिन्हें देखरेख व संरक्षण की आवश्यकता है, उनके सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखकर आईएसबीटी, शिमला बाई पास चौक देहरादून में रेस्क्यू अभियान चलाया गया। रेस्क्यू अभियान में कूड़ा बीनने, भिक्षावृत्ति, बालश्रम मे लिप्त कुल 09 बच्चो को रेस्क्यू किया गया, जिनमें से बाल श्रम करते मिले 2 बालको को बालश्रम से मुक्त कर रेस्क्यू करते हुए संबंधित नियोजकों के विरुद्ध थाना पटेलनगर देहरादून में बालश्रम अधि. के तहत अभियोग पंजीकृत कराया गया। रेस्क्यू किये गए सभी बच्चों को मेडिकल के उपरांत बाल कल्याण समिति के सम्मुख प्रस्तुत किया गया। रेस्क्यू अभियान में एंटी ह्यूमन ट्रैफ़िकिंग यूनिट के साथ जिला प्रोबेशन कार्यालय, मैक संस्था, बचपन बचाओ आंदोलन, समर्पण सोसाइटी, चाइल्ड लाइन, आशरा ट्रस्ट आदि संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहेl