11वें इंजीनियर्स कॉन्क्लेव का आयोजन

देहरादून 27 सितंबर। डीआरडीओ और आईएनएई ने हैदराबाद में उभरती हुई प्रौद्योगिकियों और स्वदेशीकरण में प्रगति पर चर्चा करने के लिए 11वें इंजीनियर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय राष्ट्रीय इंजीनियरिंग अकादमी (आईएनएई) द्वारा हैदराबाद में संयुक्त रूप से आयोजित 11वें इंजीनियर्स कॉन्क्लेव की शुरुआत हुई। दो दिवसीय वार्षिक कॉन्क्लेव का उद्देश्य दो रणनीतिक प्राथमिकताओं यानी ‘रक्षा अनुप्रयोगों के लिए एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग’ और ‘रक्षा विनिर्माण प्रौद्योगिकी’ पर विचार-विमर्श करना है। डीआरडीओ की रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में इंजीनियर, वैज्ञानिक, शिक्षाविद और उद्योग जगत के नेता स्वदेशीकरण में उभरती हुई प्रौद्योगिकियों और प्रगति पर चर्चा करने के लिए एक साथ आए। कॉन्क्लेव का उद्घाटन मुख्य अतिथि, परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल काकोडकर और विशिष्ट अतिथि, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने किया। डीआरडीएल के निदेशक (हैदराबाद) श्री जीए श्रीनिवास मूर्ति, मिसाइल एवं सामरिक प्रणाली महानिदेशक श्री यू राजा बाबू और आईएनएई के अध्यक्ष प्रोफेसर इंद्रनील मन्ना ने सभा को संबोधित किया।