पूर्व सैनिक विभाग कांग्रेस पार्टी की रीढ़ : सूर्यकांत धस्माना

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 05 जुलाई। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष कर्नल राम रतन नेगी ने अपनी नियुक्ति के बाद आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंच कर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना से शिष्टाचार भेंट की व पूर्व सैनिक विभाग में अपना कार्यभार ग्रहण करने के लिए आगामी ११ जुलाई को श्री धस्माना को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया। श्री धस्माना ने इस अवसर पर कर्नल राम रतन नेगी को पार्टी का अंग वस्त्र पहना कर सम्मानित किया व उनको सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। श्री धस्माना ने कर्नल राम रतन नेगी के साथ आए पूर्व सैनिक प्रतिनिधिमंडल से संगठन को मजबूत करने की दिशा में चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पूर्व सैनिक विभाग पार्टी की रीढ़ की हड्डी है और इसलिए इस विभाग को मजबूत करना अति आवश्यक है। श्री धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड देश में जन संख्या के अनुपात में सबसे अधिक सैनिक सैन्य अधिकारी व अर्ध सैन्य बलों के सैनिक व अधिकारी देने वाला प्रदेश है। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से केंद्र की भाजपा सरकार ने सेना की भर्ती लगभग समाप्त कर अग्निपथ योजना से अग्निवीर भर्ती शुरू की उसका सबसे प्रतिकूल प्रभाव उत्तराखंड को ही झेलना पड़ रहा है। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग को प्रदेश के गांव गांव जा कर इस बात को आम आदमी तक पहुंचने की जरूरत है कि किस तरह से अग्निपथ योजना से उत्तराखंड में बेरोजगारी बड़ी है क्योंकि यहां के नौजवान के पास सबसे बड़ा साधन रोजगार का सेना था जिस में अब पहाड़ से युवाओं ने जाना बन्द कर दिया है। श्री धस्माना ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस का पूरा संगठन पूर्व सैनिक विभाग को पूरा सहयोग करेगा और वे इस संबंध में प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों को पत्र लिखेंगे और पार्टी अध्यक्ष की ओर से निर्देश भी जारी किए जाएंगे। कर्नल राम रतन नेगी ने श्री धस्माना को।आश्वाशन दिया कि वे पूरे प्रदेश का दौरा कर हर जिले हर शहर और गांव गांव में पूर्व सैनिकों को कांग्रेस से जोड़ेंगे और आने वाले समय में कांग्रेस के पूर्वसैनिक विभाग को राज्य का सबसे बड़ा पूर्व सैनिक संगठन बनाएंगे। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के गोपाल सिंह गाड़िया, बलबीर सिंह पंवार, गिरिराज किशोर हिंदवाण, आनंद सिंह पुंडीर ललित भद्री, गुल मोहम्मद आदि उपस्थित रहे।