प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के धराली हरसिल दौरे से भाजपा के पेट में दर्द

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 10 अगस्त। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा के उत्तरकाशी जिले के आपदा ग्रस्त धराली हरसिल क्षेत्र के दौरे से भाजपा नेतृत्व में जो बौखलाहट है। वह आपदा कार्यों में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की पोल खुलने का डर है और इसीलिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के दौरे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बेहद हल्की टिप्पणी की है। यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही। श्री धस्माना ने यह पलटवार कल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा दिए गए उस बयान पर किया जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का आपदा ग्रस्त क्षेत्र का दौरा और कुछ नहीं केवल आपदा में अवसर तलाश करना है। श्री धस्माना ने कहा कि स्वयं तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ऐसी दुख की घड़ी में जिला पंचायत चुनाव के लिए प्रदेश भर में जिला पंचायत सदस्यों की खरीद फरोख्त में लगे हैं और सबसे अफसोसनाक बात तो यह है कि जिस उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री धराली हरसिल में यह भयंकर महा आपदा आई है उसी जिले के जिला पंचायत सदस्यों को धूम धाम के साथ हंसी ठहाकों के बीच भाजपा में शामिल किया गया और इससे ज्यादा शर्म की बात यह है कि भाजपा के इस कार्यक्रम में अध्यक्ष समेत भाजपा में शामिल होने वाले निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष ने दो शब्द भी श्रद्धांजलि के आपदा में मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए नहीं बोले। श्री धस्माना ने कहा कि कायदे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को आपदा ग्रस्त धराली हरसिल में कैंप कर वहां की लोगों की सेवा में अपने कार्यकर्ताओं। और नेताओं के साथ जुटना चाहिए था किंतु वे तो पंचायत चुनावों के लिए जिला पंचायत व छेत्र पंचायत सदस्यों की खरीद फरोख्त में मशगूल हैं। श्री धस्माना ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्री माहरा आपदा की सूचना मिलते ही उसी दिन रात्रि में कुमाऊं से आपदा प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हो गए और भटवाड़ी में प्रशाशन द्वारा दो दिन तक जब उनको आगे जाने की।अनुमति नहीं दी गई तो वे पैदल ही खतरनाक चट्टानों पर रस्सियों से मंकी क्रॉलिंग करते हुए व तेज भाव वाले पानी में गटर व बल्लियों के सहारे पानी पार कर बयालीस किलोमीटर पैदल चल कर धराली हरसिल पहुंचे और लोगों से मुलाकात कर उनका दुख दर्द साझा किया और सेना आईटीबीपी एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के लोगों से मिले व उनकी हौसला अफजाई की । श्री धस्माना ने कहा कि श्री माहरा ने जो बयालीस किलोमीटर का रास्ता पैदल चल कर तय किया वहीं काम स्थानीय जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कर सकते थे किंतु दो दिनों तक खराब मौसम टूटी हुई सड़क का भाना बना कर राहत बचाव कार्य बहुत धीमी गति से हुआ जिसके कारण बहुत सारे प्रभावित लोगों को बचाया जा सकता था।