एम्स में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत प्रतियोगिताओं का आयोजन

भगवती प्रसाद गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश के तत्वावधान में विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत जनसामान्य में स्तनपान जागरूकता के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें पब्लिक टॉक (जन संवाद), क्विज, पोस्टर, स्टोन पेंटिंग आदि प्रतियोगिताओं के साथ साथ सतत नर्सिंग शिक्षा के विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से खासकर नवजात शिशुओं की माताओं, उनके तीमारदारों व जनसामान्य को स्तनपान के महत्व से रूबरू कराया गया। संस्थान के नवजात शिशु विभाग की ओर से विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत आयोजित समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एम्स की कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर( डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि नवजात शिशुओं की माताओं को अपने शिशु को दुग्धपान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करने का यह कार्यक्रम सिर्फ एक सप्ताह मात्र के रूप में औपचारिक नहीं होना चाहिए, बल्कि रोजाना और वर्षभर होना चाहिए। लोगों को इसके प्रति न सिर्फ स्वयं जागरुक होने की आवश्यकता है साथ साथ ही साथ उन्हें समाज के अन्य लागों को भी अपने नवजात शिशुओं को माताओं के स्तनपान कराने के लिए जागरुक करना चाहिए। निदेशक एम्स प्रोफेसर मीनू सिंह ने इस महत्वपूर्ण विषय पर सप्ताहव्यापी विभिन्न जनजागरुकता कार्यक्रमों के आयोजन के लिए नवजात शिशु रोग विभाग, नर्सिंग सर्विसेज व कॉलेज ऑफ नर्सिंग के संयुक्त दल की प्रशंसा की। जनजागरुकता कार्यक्रमों के आयोजन को सामाजिक उत्तरदायित्व बताते हुए उन्होंने कहा कि इस विषय को संस्थागत स्तर पर लगातार बढ़ावा देने के उद्देश्य से निगरानी सामिति का गठन होना चाहिए। बताया कि इस कमेटी के अंतर्गत डब्ल्यूएचओ (WHO) के शिशु अनुकूल अस्पताल पहल (BFHI) संबंधित दिशा निर्देशों को योजनाबद्ध तरीके से धरातल पर उतारते हुए दुग्ध कोष (milk bank )की स्थापना, मौजूदा ब्रेस्ट फीडिंग पॉड कक्ष का सही उपयोग निर्धारित करने के साथ साथ इन कार्यक्रमों का नियमित संचालन करना चाहिए। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रोफेसर डॉ. जया चतुर्वेदी, मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. बी. सत्यश्री व नवजात शिशु विभाग की कार्यकारी अध्यक्ष एडिशनल प्रोफेसर डॉ. पूनम सिंह ने अपने व्याख्यान में मां के दूध को नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए अमृत तुल्य बताया। नवजात शिशु विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुमन चौरसिया ने बताया कि इसी कार्यक्रम में इस वर्ष स्तनपान समर्थन के लिए ठोस सिस्टम बनाने की थीम पर आयोजित नुक्कड़ नाटक को उपस्थित माताओं, तीमारदार, संकायगणों व आम जनमानस ने सराहा।
कार्यक्रम में नियोनेटोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मयंक प्रियदर्शी, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ नर्सिंग प्रो. स्मृति अरोड़ा, रूपेंद्र देयोल, मलार कोडी एवं नर्सिंग सर्विसेस विभाग से चीफ नर्सिंग ऑफिसर डॉ. अनीता रानी कंसल, एनआईसीयू से एएनएस आशीष शिनोय,पूजा बंगवाल, योगिता आदि मौजूद थे।
विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं के विजेताओं एवं प्रतिभागियों को निदेशक एम्स व संकायाध्यक्ष अकादमिक ने प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में नर्सिंग ऑफिस ट्रामा आईसीयू तरन्नुम अहमद ने प्रथम, बीएससी नर्सिंग की प्राची ने द्वितीय , एनओ निक्कू वार्ड रजनी तृतीय स्थान, बीएससी नर्सिंग की मुस्कान राठी ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
इसी प्रकार स्टोन पेंटिंग प्रतियोगिता में एनओ रजनी ने प्रथम, एमआरसी रिया रतूड़ी ने द्वितीय स्थान तथा बीएससी नर्सिंग छात्रा शालिनी सिंह ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।