तीनों सेनाओं की एनसीसी बालिका कैडेटों ने युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की
एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) अपना 78वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है, जिसके उपलक्ष्य में देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस समारोह की शुरुआत में, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली में एक भव्य पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया, जहां रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह और एनसीसी महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने एनसीसी की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम ने राष्ट्रव्यापी समारोह की शुरूआत कर दी, जिसमें राष्ट्र निर्माण और युवा विकास में एनसीसी की अटूट भूमिका को रेखांकित किया गया। तीनों सेनाओं की तीन एनसीसी बालिका कैडेटों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की, और देश के वीरों के सम्मान में वरिष्ठ नेतृत्व के साथ शामिल हुईं। समारोह के बाद, रक्षा सचिव, एनसीसी महानिदेशक और उपस्थित लोगों ने दिल्ली के विभिन्न स्कूलों से आए एनसीसी कैडेटों की बैंड प्रस्तुति देखी, जिसने इस स्मृति समारोह को और भी भव्य बना दिया। 1948 में मात्र 20,000 कैडेटों के साथ अपनी स्थापना से लेकर, आज एनसीसी 20 लाख कैडेटों के साथ विश्व का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन बन गया है। इसमें 2014 और 2025 के बीच 6 लाख कैडेटों की वृद्धि शामिल है। आज, इसकी उपस्थिति देश के 780 जिलों में से 713 तक फैली हुई है, जिससे यह देश में सबसे व्यापक रूप से प्रतिनिधित्व वाले युवा संस्थानों में से एक बन गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में, कैडेटों ने रक्तदान अभियान, वृक्षारोपण गतिविधियां, ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान और नशा मुक्ति अभियान के तहत नशा-विरोधी जागरूकता कार्यक्रमों जैसी कई जन-सेवा पहलों के माध्यम से इस दिवस को मनाया। इन प्रयासों ने सामुदायिक सहभागिता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व पर एनसीसी के निरंतर ध्यान को प्रदर्शित किया। रक्षा सचिव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में एनसीसी के योगदान की सराहना की। उन्होंने आपदा मित्र आपदा-प्रतिक्रिया प्रशिक्षण, एनसीसी माउंट एवरेस्ट अभियान और पाठ्यक्रम में ड्रोन एवं साइबर प्रशिक्षण को शामिल करने जैसी प्रमुख पहलों पर जोर दिया। एनसीसी अपनी 77वीं वर्षगांठ मना रहा है। एनसीसी एक जीवंत और भविष्य के लिए तैयार संगठन के रूप में विकसित हो रहा है, जो विकसित भारत को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध अनुशासित, सामाजिक रूप से जागरूक और तकनीकी रूप से कुशल युवाओं को तैयार कर रहा है।
