हिमालय की हर बूटी होगी उत्तराखंड के लिये संजीवनी : स्वामी चिदानन्द सरस्वती

भगवती प्रसाद गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
ऋषिकेश, 26 अगस्त। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी की दिल्ली में भेंटवार्ता हुई। इस अवसर पर स्वामी जी ने पर्यावरण प्रदूषण निवारण योजना, पलायन निवारण योजना, ग्राम विकास, उन्नत किस्म के बीज, उन्नत किस्म की पौधे उपलब्ध करवाने के साथ ही उत्तराखंड में बागवानी और फूलों की खेती, जड़ी-बूटी आदि की कृषि करने हेतु प्रोत्साहित करने वाली योजनायें बनाने तथा बोने से बिकने तक की यात्रा हेतु विशेष चर्चा की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मंत्री से कहा कि आपके सान्निध्य में उत्तराखंड के किसानों हेतु एक सम्मेलन का आयोजन किये जाने की जरूरत है ताकि उन्नत कृषि को विकसित कर उत्तराखंड से हो रहे पलायन को रोका जा सके। इस क्षेत्र में माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड श्री पुष्कर सिंह धामी जी और कृषि मंत्री उत्तराखंड भी सक्रियता और गंभीरता से कार्य कर रहे हैं। स्वामी जी ने सभी का आह्वान करते हुये कहा कि जिसके पास जो भी सामथ्र्य और अनुभव उसके साथ आगे आयें और हम सभी मिलकर कार्य करे तो पलायन और प्रदूषण जैसी समस्याओं को रोका जा सकता हैं। स्वामी जी ने कहा कि हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि अब तक पर्यावरण को जो क्षति हो चुकी वह तो अपरिवर्तनीय है, परन्तु अब हमें हर स्तर पर कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने की नितांत आवश्यकता है। भारत कृषि पर निर्भर अर्थव्यवस्था वाल राष्ट्र इसलिये जरूरी है कि हम कृषि की परम्परागत तकनीक के साथ पर्यावरण सहयोगी योजनाओं का सृजन करे। उत्तराखंड से हो रहे पलयान पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि अब कृषि के क्षेत्र में और अधिक आकर्षक आय सहायता योजनाओं को विकसित करने की आवश्यकता है ताकि लगत कम हो और उत्पादकता अधिक हो। साथ ही जलवायु परिवर्तन के कारण उच्च तापमान की चुनौती का सामना करने वाली पैदावार के विषय में भी नये सिरे से विचार करने की नितांत आवश्यकता है। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी जी ने अपनी परमार्थ निकेतन यात्रा की स्मृतियों को साझा करते हुये कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज पूज्य स्वामी जी के दर्शन प्राप्त हुये। उन्होेंने भारत सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में विकसित की विभिन्न योजनाओं और किसान कल्याण कार्यक्रमों के विषय में जानकारी प्रदान की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी जी को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर गंगा आरती में सहभाग हेतु आमंत्रित किया।