तहरीर के आधार पर पंजीकृत किया जाए अभियोग : एसएसपी

संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून, 29 अगस्त। आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दलीप सिंह कुँवर द्वारा पुलिस लाइन स्थित सभागार में जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियों/थाना प्रभारियों के साथ मासिक अपराध गोष्ठी ली गयी। गोष्ठी के दौरान पुलिस मुख्यालय की ओर से आए गौरव द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारियों को उत्तराखंड पुलिस जांच के संबंध में जानकारी दी गई। गोष्ठी के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दलीप सिंह कुँवर द्वारा उपस्थित सभी अधिकारी, कर्मचारियों एव सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में पीड़ित पक्ष तत्काल सहायता करते हुए एमएसीटी क्लेम की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर संबंधित को प्रेषित की जाए। साथ ही सड़क दुर्घटना की सभी मामलों में दुर्घटना की सूचना आईआरएडी ऐप में समय से भरी जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा की सभी थाना प्रभारी न्यायालय से प्राप्त सम्मनों/ वारंटो की शत-प्रतिशत तामिली सुनिश्चित करें, मुकदमों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी में न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। एसएसपी ने निर्देश दिये की थाने पर किसी पीड़ित द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में उसकी तहरीर के आधार पर ही अभियोग पंजीकृत किया जाए, पर विवेचना के दौरान अभियोग का निस्तारण गुण दोष व उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर ही किया जाए। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थानों व चौकियों में, जहां भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उन्हें चेक कर ले, यदि कोई कैमरा खराब अवस्था में हो तो उसे ठीक करवा ले। साथ ही थानों में उपलब्ध कराए गए एमडीटी सिस्टम को किसी भी दशा में बंद न किया जाए, यदि भविष्य में किसी थाने में एमडीटी सिस्टम बंद पाये जाने संबंधित शिकायत प्राप्त होती है, संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जनपद में घटित लूट, चोरी व नकबजनी की घटनाओं में तथ्य प्रकाश में आए हैं कि नशे के आदि व्यक्तियों द्वारा ही अक्सर इस प्रकार की घटनाओ को अंजाम दिया जाता है, इसलिए सभी थाना प्रभारी अपने अपने थाना क्षेत्र में लूट व चोरी की घटनाओं में जेल गए इस प्रकार के आदतन अपराधियों का प्रोफाइल तैयार कर आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। सभी थाना प्रभारियों को पूर्व में ही नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे, परंतु थाना प्रभारियों द्वारा अपेक्षानुरूप कार्रवाई नहीं की जा रही है। सभी थाना प्रभारी नियमित रूप से दबिश देते हुए अपने-अपने थाना क्षेत्रों में सक्रिय ड्रग पेडलर्स व नशे की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। नशे की रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयास धरातल पर दिखने चाहिए। किसी भी थाना क्षेत्र में पुलिसिंग का पैमाना वहां की ट्रैफिक व्यवस्था से किया जाता है इसलिए सभी थाना प्रभारी अपने अपने थाना क्षेत्रों में यातायात के दबाव वाले क्षेत्रों में विशेष ध्यान देते हुए यातायात का सुचारू संचालन करना सुनिश्चित करें। सभी क्षेत्राधिकारी व थाना प्रभारी पीक आवर्स के दौरान यातायात दबाव वाले क्षेत्रों में जाकर स्वयं इस बात का आकलन करें कि यातायात सुधार हेतु क्या- क्या कदम उठाए जा सकते हैं, तथा उन्हें अमलीजामा पहनाते हुए इस दिशा में ठोस कदम उठाना सुनिश्चित करें। थानों पर किसी भी माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायती प्रार्थना पत्र पर संबंधित थाना प्रभारी/ चौकी प्रभारी या अन्य अधिकारी/ कर्मचारी गण आधे घंटे के अंदर मौके पहुंचकर मामले की जानकारी करते हुए उसका विधिक निस्तारण करना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रार्थना पत्र की जांच थाने पर बैठकर मात्र खानापूर्ति के लिए ना की जाए। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में निवासरत बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन के लिए प्रतिदिन टीमें भेजकर वेरिफिकेशन की कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। साथ ही थाना क्षेत्र में संदिग्ध रूप से घूम रहे व्यक्तियों को थाने पर लाकर उनके सत्यापन की कार्रवाई की जाए। भूमि विवाद/ धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतों पर शासन द्वारा बनाई गई लैंड फ्रॉड कमेटी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें, भूमि संबंधित मामलों में प्रीवेंटिव की कार्रवाई आवश्यक तौर पर की जाए। सभी थानों पर काफी संख्या में पार्ट पेंडिंग विवेचनाये तथा स्पेशल केस लंबित चल रहे हैं। अतः सभी क्षेत्राधिकारी इसकी नियमित रूप से समीक्षा करते हुए इनका शीघ्र विधिक निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त 2 माह से अधिक अवधि की लंबित विवेचनाओ के जल्द निस्तारण तथा चोरी, लूट व नकबजनी के लंबित घटनाओं के शीघ्र खुलासे हेतु संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया। सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि एससी- एसटी एक्ट, पोस्को एक्ट व अन्य अभियोगों में, जिनमें समय सीमा निर्धारित की गई है, उनका निर्धारित समय सीमा के भीतर विधिक निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालानी कार्रवाई के दौरान सभी चालान मशीनों के माध्यम से ऑनलाइन ही किए जाए, चालानी कार्यवाही को मैनुअली न किया जाए। साथ यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध अनिवार्य तौर पर चालानी कारवाई की जाए। सभी थाना प्रभारी प्रतिदिन अपने-अपने थाने के पैरोंकारो से वार्ता कर मुकदमों की स्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त करें। साथ ही अपने- अपने थानों से संबंधित अभियुक्तों के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए उन पर नियमित रूप से निगरानी रखना सुनिश्चित करें। माननीय न्यायालय में अभियोग को की पैरवी के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। निरोधात्मक कार्यवाहियो की समीक्षा के दौरान महोदय द्वारा सभी थाना प्रभारियों को अधिक से अधिक निरोधात्मक कार्रवाई करने तथा भूमि संबंधित व अन्य विवादों मैं दोनों पक्षों को भारी मुचलको से पाबंद करने के निर्देश दिए गए। सभी थाना प्रभारियों को अपने पर थाना क्षेत्रों में स्थित शराब की दुकानों, बार आदि को निर्धारित समय सीमा तक ही खुलने देने तथा नियमों का पालन न करने वाले संचालकों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया गया कि उनके थाना क्षेत्र में किसी भी रेस्टोरेंट्स, ढाबों आदि में कोई भी संचालक शराब का सेवन ना कराये, यदि किसी थाना क्षेत्र में इस प्रकार की कोई सूचना प्रकाश में आती है तो संबंधित दुकानदार के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने के साथ-साथ संबंधित थाना प्रभारी की जवाबदेही भी तय की जाएगी। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में प्राइवेट वाहनों में लाउड हेलरो के माध्यम से संदिग्ध व्यक्तियों, नशीले पदार्थों का सेवन करने वालों अथवा उनकी तस्करी में लिप्त व्यक्तियों, थाना क्षेत्र में हो रही किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधि के विषय में संबंधित थाने को अवगत कराने तथा सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखने के संबंध में आम जनमानस को जागरूक कराना सुनिश्चित करें। साथ ही पंपलेट व पोस्टर के माध्यम से भी आम जनमानस को इस संबंध में जागरूक किया जाए। सभी थाना प्रभारी अपने- अपने थाना क्षेत्र मे आम जनमानस के साथ अधिक से अधिक संवाद कायम करे, जिससे कि उन्हें उनकी समस्याओं के साथ- साथ अन्य लाभप्रद सूचनाओं के संबंध में भी जानकारी हो सके, इसके अतिरिक्त थाना क्षेत्र में निवासरत सीनियर सिटीजन तथा सेवानिवृत्त व्यक्तियों से मिलकर उनके समस्याओं के संबंध में निरंतर जानकारी प्राप्त करें, साथ ही कर्तव्यपालन के दौरान उनके अनुभवो का लाभ लें। सभी थाना प्रभारी मैनुअली पुलिसिंग पर ध्यान देते हुए बीट पुलिसिंग को एक्टिव करें। बीट कांस्टेबल को प्रतिदिन अपने बीट एरिया में भेजें तथा उससे नियमित रूप से बीट में किये गए कार्यो के संबंध में जानकारी लें। सभी थाना प्रभारी इस बात को सुनिश्चित करें कि सभी बीट कांस्टेबलों को बीट की संपूर्ण जानकारी हो।