प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने की मांग

संदीप गोयल/एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 01 मार्च। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेन्द्र शाह ने विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाड़वासियों पर की गई अभद्र टिप्पणी पर रोष प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र में कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह ने कहा कि देव भूमि उत्तराखण्ड की सदैव ‘‘अतिथि देवो भव’’ की भावना रही है। उत्तराखंड राज्य विकट भौगोलिक परिस्थिति वाला राज्य है, जिसका निर्माण एक ऐसे अहिंसक आन्दोलन की परिणति है जो कि देश एवं दुनिया में एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि अभिन्न उत्तर प्रदेश में विकास की किरणों से कोसों दूर तथा बेरोजगारी की समस्या से जूझना अलग उत्तराखंड राज्य की मांग के मुख्य कारण थे। बरसों की लम्बी लड़ाई और अनेक आन्दोलनकारियों की शहादत से अलग उत्तराखण्ड राज्य निर्माण का सपना साकार हो पाया। उत्तराखण्ड राज्य शहीद आन्दोलकारियों की धरोहर है, जिन्होंने राज्य निर्माण के लिए अपने वर्तमान और भविष्य के साथ ही सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था। राजेन्द्र शाह ने कहा कि 21 फरवरी को विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा के सदन में पर्वतीय क्षेत्र की समस्यायें उठाये जाने पर राज्य सरकार के वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल द्वारा जिस प्रकार विधानसभा सदन में पर्वतीय क्षेत्र के लोगों के खिलाफ (पहाड़ी साला) जैसी अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, उससे उत्तराखण्ड के जनमानस, शहीदों और आन्दोलनकारियों के महान बलिदान को भारी आघात लगा है। प्रेमचंद अग्रवाल की अमर्यादित भाषा शैली से देवभूमि उत्तराखंड का वातावरण अत्यंत विषाक्त बन चुका है तथा उनके कथन की पूरे उत्तराखंड में कड़ी भर्तसना हो रही है। परन्तु इससे भी अधिक आहत करने वाली स्थिति तब बनती है जब इतने दिनों के उपरान्त भी प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट जी द्वारा इस मामले को शांत कराने की बजाय यहां के लोगों को धमकी देकर आग में घी डालने का काम किया जा रहा है जो कि उनके पद की गरिमा के विपरीत है। राजेन्द्र शाह ने कहा कि प्रत्येक राज्य आन्दोलनकारी प्रेमचंद अग्रवाल के इस प्रकार के अभद्र आचरण की कठोर शब्दों में निन्दा करता है तथा अपेक्षा करता है कि प्रेमचंद अग्रवाल प्रदेश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह करता है कि प्रेमचंद अग्रवाल को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाय।