आजादी के आंदोलन की ऐतिहासिक धरोहर की स्थिति देख भावुक हुए अवधेश पन्त

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। देश की आजादी में नमक आंदोलन की महात्मा गांधी के आह्वान पर नमक कानून तोड़ो आंदोलन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। 1930 में नमक आंदोलन मैं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए देहरादून के तत्कालीन महान स्वतंत्रता सेनानियों ने गांधी जी के आह्वान पर देहरादून स्थित खारा खेत में नमक बनाकर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उक्त रमणीय स्थल देहरादून से मात्र 20 किलोमीटर पर खूबसूरत पहाड़ियों से घिरा हुआ नदी का किनारा है। सन 1983 में क्षेत्रीय सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्वारा आंदोलन के प्रमुख सेनानियों का सिलापट्ट उक्त स्थान पर स्थापित किया गया था। तत्पश्चात किसी भी सरकार द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई। आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ के प्रांतीय महामंत्री एवं अखिल भारतीय शहीद, स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण महापरिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवधेश पन्त अपने सहयोगी प्रांतीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश चौहान के साथ जब स्थल पर पहुंचे तो वहां की दुर्दशा देख भावुक हो उठे। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि देहरादून स्थित खारा खेत की प्राथमिकता के आधार पर देख भाल की जाये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *