भगवती प्रसाद गोयल/एस.के.एम. न्यूज सर्विस

ऋषिकेश।  शहर को डेंगू मुक्त बनाने की मुहिम शुरू करते हुए एम्स ऋषिकेश ने नगर निगम और लांयस क्लब राॅयल के सहयोग से सेवन प्लस वन अभियान की शुरूआत की। एम्स द्वारा यह अभियान पिछले 6 वर्षों से नियमित स्तर पर संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा डेंगू से बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गयी ।

बरसात के मौसम में संक्रामक बीमारी डेंगू के फैलने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में  डेंगू के खात्मे और आम लोगों के इससे बचाव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से बीते रोज आईएसबीटी परिसर में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। लायंस क्लब ऋषिकेश के संचालन में आहूत इस कार्यक्रम के दौरान मेयर शंभू पासवान ने शहर को डेंगू मुक्त बनाने के लिए अभियान के संचालन हेतु नगर निगम की ओर से व्यापक सहयोग और समर्थन देने की बात कही। लांयस क्लब राॅयल के अध्यक्ष पंकज चंदानी द्वारा अभियान को सफल बनाने के लिए पूर्ण भागीदारी निभाने की बात कही गयी।

इस अवसर पर एम्स ऋषिकेश के सीएफएम विभाग के एडिशनल प्रोफे0 और अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने डेंगू नियंत्रण हेतु बनाए गए ’सेवन प्लस वन मॉडल’ के बारे में विस्तार से बताया और इससे बचाव के उपायोें की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेवन प्लस वन माडल को तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है। इनमें जागरुकता, पहिचान और निगरानी कार्य शामिल है। साथ ही उन्होंने बताया कि यह बीमारी एडीज मच्छर के काटने से फैलती है और अंडे से मच्छर बनने तक का पूरा चक्र 7 दिन का होता है। इन सात दिनों में ही डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के जीवन चक्र को तोड़ना इस माॅडल की विशेषता है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत ऐसे क्षेत्र चिह्नित किए जाते हैं, जहां विगत वर्षों में डेंगू का अत्यधिक प्रभाव रहा हो। अगले चरण में बहुउ्देश्यीय टीम का गठन कर चिन्हित क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने का कार्य किया जाता है। डाॅ0 संतोष ने बताया कि इस टीम में आशा कार्यकर्ता, स्वयंसेवी संस्थाएं, स्वास्थ्स विभाग के सदस्य और नगर निगम की टीमें शामिल होती हैं। अभियान का क्रम प्रत्येक रविवार को दोहराया जाता है। स्वच्छता अभियान का यह क्रम दोहराया जाता है। इस अवसर पर मेयर शम्भू पासवान ने डेंगू के प्रति एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित किए जा रहे अभियान की सराहरा की और कहा इस मुहिम को सफल बनाने में नगर निगम हर संभव मदद करेगा। इसके लिए उन्होंने शहर व आसपास के इलाकों में सफाई, फॉगिंग तथा जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। कार्यक्रम में एम्स ऋषिकेश के सीएफएम विभाग के डाॅ0 संतोष कुमार के अलावा ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन से एडिशनल प्रो. डॉ. आशीष जैन, इमरजेंसी मेडिसिन से एडिशनल प्रो. डॉ. निधि केले, डॉ. कंचन, डॉ. अनुभूति और डॉ. अनिकेत सहित स्वास्थ्य विभाग टीम उपस्थित रही।

ऐसे करें डेंगू से बचाव-  डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए घरों के आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें। घर में स्वच्छता रखें। गमलों और कूलर आदि मे पानी को समय-समय पर बदलते रहें। मच्छरों के प्रजनन स्थानों, छत पर रखे टायर, बोतल, टूटे हुए बर्तन, प्लास्टिक का सामान, गड्ढों और निर्माणाधीन भवनों में रूके पानी आदि को नष्ट करते रहें और इनको समय-समय पर चेक करते रहें।

डेंगू के लक्षण- अचानक तेज बुखार, सर दर्द, हाथ पैरों और पेट में दर्द होना, नाक-मसूड़ों से खून आना, मांसपेशियों में जकड़न होना, जोड़ों मे दर्द की शिकायत तथा शरीर में लाल रंग के चकते होना।

 

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