भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ने किया सरकार का पुतला दहन
एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 26 दिसम्बर। अंकिता हत्याकाण्ड में वीआईपी संलिप्तता के खिलाफ आज भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी ) ने विरोध जलूस निकाला तथा राज्य सरकार का पुतला दहन कर दोषियों को संरक्षण देने तथा राज्यभर में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत की राजनीति को संरक्षण देने के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। आज पार्टी से जुड़े लोगों ने अंकिता हत्याकांड में संलिप्त बीआईपी जिसे डबल इजंन भाजपा सरकार एवं भाजपा के उच्च पदस्थ लोगों का संरक्षण प्राप्त है। वक्ताओं ने कहा भाजपा के उच्चपदस्थ पदाधिकारीगणों जिसे वीआईपी के नाम जाना जाता रहा है, अंकिता हत्याकांड के प्रकरण में इन आरोपियों को शामिल कर इनके खिलाफ कानून सम्मत कार्यवाही की जोरदार मांग की है।
इस अवसर वक्ताओं ने कहा है कि आज राज्य में सरकारी संरक्षण में कुछ साम्प्रदायिक तत्व जगह जगह अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को तरह तरह उत्पीड़ित किया कर रहे हैं। तथा अनेक स्थानों में उन्हें रोजगार से वंचित कर रहे हैं। वक्ताओ ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 21 के अन्तर्गत राज्य हरेक व्यक्ति की रोजी रोटी की सुरक्षा के लिये राज्य जबाबदेह होगा किन्तु राज्य की भूमिका एकदम उलट है, यहाँ राज्य यानि सरकार की भूमिका न्यायोचित नहीं है। अनुच्छेद 21 में हर व्यक्ति को जीवन यापन का अधिकार देता है ,यदि उसकी रोजी रोटी कमाने में कोई बाधक बनता है तो राज्य ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करेगा तथा पीड़ित के शान्तिपूर्ण जीवन जीने का वातावरण सुनिश्चित करेगा।
वक्ताओं ने कहा है कि स्थानीय प्रशासन, पुलिस उपद्रवियों को रोकने के बजाय मूकदर्शक बना रहा। पुलिस के पास उपद्रवियों की वीडियोग्राफी होने के बावजूद भी उपद्रव का मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखकर अल्पसंख्यकों में भय का माहौल बनाया गया तथा उन्हें उनके रहमोकरम पर छोड़ दिया गया। वक्ताओं ने कहा आज पहाड़ी गौरव, हिन्दुत्व स्वाभिमान के नाम पर राज्य में अशांति फैलाने वालोंं को संरक्षण दिया जा रहा है, तथा राज्य की भोली भाली जनता को गुमराह करने पर लगे हुऐ हैं। वक्ताओं ने कहा है कि सीपीआईएम अंकिता मुद्दे पर एवं राज्यभर में अल्पसंख्यको के खिलाफ हो रही नफरत की राजनीति के खिलाफ व्यापक संघर्ष करेगी। इस अवसर पर पार्टी केन्द्रीय कमेटी सदस्य राजेन्द्र सिंह नेगी, राज्य सचिव राजेन्द्र पुरोहित, जिला सचिव शिवप्रसाद देवली, देहरादून सचिव अनन्त आकाश, सचिव मण्डल सदस्य लेखराज, एसएस नेगी, मनमोहन रौतेला, भगवन्त पयाल, शैलेन्द्र परमार, नुरैशा अंसारी, कनिका, बिन्दा मिश्रा, प्रेंमा, सुमित्रा रावत, रविन्द्र नौडियाल, सोनूकुमार, नरेन्द्र सिंह, आशु नेगी, पीयुष, यूएन बलूनी, साहिल, गुरूप्रसाद, आनन्दमणी आदि बड़ी संख्या पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।
