दृष्टि दिव्यांगजनों का उत्साह बढ़ाने उनके बीच पहुँचे पुलिस कप्तान

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 15 अक्टूबर। आज “विश्व श्वेत छडी सुरक्षा दिवस” के अवसर पर राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून में दिव्यांगजनों हेतु आयोजित सुरक्षा, स्वतंत्रता एवं समानता प्रदर्शन कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी दिव्यांगजनों को सम्बोधित करते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा बताया गया कि सुरक्षा, स्वतंत्रता एवं समानता केवल दिव्यांगजनों के लिये ही जरूरी नहीं है अपितु सभी नागरिकों के लिये आवश्यक है। दिव्यांगजनों के प्रति समाज के नजरिये में पिछले कुछ समय में काफी सकारात्मक बदलाव देखे गये हैं, पहले उन्हें शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति के रूप में देखा जाता था परन्तु कई दिव्यांगजनों द्वारा शारीरिक अक्षमता होने के बाद भी अपनी दृढ इच्छाशक्ति एवं विजन के बल पर विज्ञान, खेल व अन्य क्षेत्रो में उदाहरण स्थापित करते हुए समाज में एक अलग मुकाम हासिल कर इस मिथक को तोड़ा है। अब उन्हें समाज में डिफ्रेंटली एबल (अलग रूप से सक्षम) व्यक्ति के तौर देखा जाता है। ईश्वर ने प्रत्येक मानव को किसी उद्देश्य तथा विजन के साथ ही इस पृथ्वी पर भेजा है, दृढ इच्छाशक्ति मानव की शारीरिक अक्षमताओं पर विजय प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। बिना विजन का इंसान शारीरिक रूप से पूर्णतः ठीक होने के बाद भी किसी काम का नहीं होता, इसलिये जरूरी है कि हम अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक रखते हुए जीवन में आने वाली कठिनाईयों का दृढता से सामना करते हुए दूसरों के लिये एक उदाहरण प्रस्तुत करें।
विश्व में दिव्यांगजनों द्वारा पेश किये गये ऐसे कई उदाहरण आज भी देखने को मिलते हैं। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों में दृष्टिबाधित लोगो के द्वारा प्रयोग की जाने वाली सफेद छड़ी की सुरक्षा और इसके प्रयोग के प्रति जागरूकता बढाना है ताकि दृष्टिबाधित लोगों के सशक्तीकरण हेतु प्रत्येक स्तर पर सुरक्षित अनुकूल वातावरण का निर्माण हो सके।
कार्यक्रम के अंत मे एसएसपी देहरादून द्वारा राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून से दिव्यांगजनों द्वारा निकाली गयी जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।