लाभार्थी को राशन नहीं मिलने पर होगी कार्यवाही : लीना जौहरी

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
सहारनपुर, 06 सितम्बर। प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन, महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग श्रीमती लीना जौहरी की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी श्री मनीष बंसल की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक आहूत की गयी। श्रीमती लीना जौहरी ने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि सम्भव अभियान के अन्तर्गत चिन्हित सैम बच्चों का नियमित परीक्षण कराया जाये एवं अभियान चलाकर इन्हे सुपोषित किया जाये। उन्होने कहा कि बाल विकास विभाग का कार्य केवल पुष्टाहार बाटना ही नहीं है अपितु अन्य सभी सामाजिक कार्यों का निर्वहन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि सभी केन्द्रों पर पोषण वाटिका होनी चाहिए। टी.एच.आर पलान्ट की कार्यप्रणाली में सुधार एवं समय से पोषाहार वितरण हेतु निर्देश दिए। उन्होने कहा कि समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं आंगनवाडी कार्यकत्रियां अपने दायित्वों का निर्वहन करें। लाभार्थी को राशन नहीं मिलने अथवा केन्द्र नही खुले होने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। मुख्य विकास अधिकारी श्री सुमित राजेश महाजन द्वारा जनपद में कराये जाने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत रुपरेखा एवं आंगनवाडी केन्द्र भवन निर्माण, कायाकल्प लर्निंग लैब एवं पोषण भी पढ़ाई भी के अन्तर्गत चलाये जा रहे कार्यक्रमों की प्रगति से अवगत कराया गया। पोषण ट्रैकर पर समस्त फिडिंग एवं प्रदेश में जनपद के उच्च स्थान के सम्बन्ध में भी प्रमुख सचिव को अवगत कराया गया। जिस पर प्रमुख सचिव द्वारा सराहना की गयी। महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बालसेवा योजना(सामान्य), स्पॉन्सरशिप योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजनाओं हेतु आवेदन पत्रों का खण्ड विकास अधिकारी एवं तहसीलदार के माध्यम से सत्यापन कराते हुए जनसामन्य को अधिक से अधिक लाभान्वित कराने के निर्देश दिए। उन्होने योजनाओं से लाभान्वित तथा संस्थाओं में निवासरत बच्चों को रोजगारपरक प्रशिक्षण यथा-कम्प्यूटर, सिलाई-कढ़ाई, क्राफ्ट प्रशिक्षण आदि कार्यक्रमों से जोड़ने हेतु निर्देशित किया। स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि आगामी माह में शत-प्रतिशत से अधिक राजस्व प्राप्ति की जाए। उन्होने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा सहायक महानिरीक्षक निबंधन को 15 दिवस में बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि विलेखों के स्केनिंग एवं डिजीटाईजेशन का कार्य इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण किया जाए। उन्होने निबंधन भवन बनाने हेतु भूमि का चिन्हीकरण कर प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उपनिबंधक कार्यालयों में दिन प्रतिदिन होने वाले विलेखों के पंजीकरण हेतु उपस्थित पक्षकारों एवं जनसामान्य को कोई परेशानी न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। शासकीय कार्यालयों में बाहरी व्यक्तियों से कार्य न कराने के निर्देश दिए। जेम पोर्टल के माध्यम से सेवा प्रदाता कम्पनी से कार्मिकों की नियुक्ति की जाए। जिलाधिकारी श्री मनीष बंसल ने प्रमुख सचिव को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाएगा। बैठक में उप महानिरीक्षक निबंधन श्री अखिलेश दुबे, सहायक महानिरीक्षक निबंधन सहारनपुर श्री बृजेश एस0चौधरी, शामली श्री एस0एस0पाल, मुजफ्फरनगर श्री वीरसेन, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री अभिषेक कुमार पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री नन्द लाल प्रसाद सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।