उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने दिया धरना

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून। आज सुबह 11-30 बजे गाँधी रोड़ स्थित दीनदयाल पार्क में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पूर्व घोषणा के तहत यूसीसी के दुष्परिणाम एवं संस्कृति की रक्षा के लिए धरना आयोजित किया।
धरने का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल एवं अध्यक्षता जगमोहन सिंह नेगी द्वारा किया गया। धरने मॆं भाग लेने वाली वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पुष्पलता सिलमाणा एवं सुभागा फर्स्वाण कें साथ केशव उनियाल ने कहा कि हमारी देव भूमि की यें संस्कृति नहीं कि हम अपनी पीढ़ी कों लिविंग इन रिलेशनशिप जेसे सम्बन्धों की जानकारी दें औऱ घर औऱ समाज का माहौल खराब करें। सरकार तत्काल सामाजिक संगठनों व बौद्धिक समाज व धामों व पीठ कें पुजारियों से भी सम्पर्क कर लिविंग रिलेशनशिप शब्द कों हटाए जिससे समाज मॆं एक अच्छा सन्देश जायेगा औऱ देश प्रदेश की जनता सरकार का धन्यवाद औऱ स्वागत करेगी।
अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व सुलोचना भट्ट कें साथ उफ़तारा कें पूर्व अध्यक्ष एवं लिविंग इन रिलेशनशिप के लेखक व निर्देशक प्रदीप भण्डारी ने जोर देते हुये कहा कि इस कच्ची उम्र कें इस दौर मॆं हम उन्हें बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य व संस्कृति की रक्षा करना व उसका पालन करना साथ ही राज्य कें संघर्ष कों याद कर प्रदेश मॆं सर्वांगीण विकास की बात सिखाएं ना कि लिविंग रिलेशनशिप जेसी बातों मॆं धकेले। मुख्यमन्त्री को अवगत कराते हुये कहा कि पूरे विश्व मॆं ऐसी कानून नहीं औऱ ना ही भारत कें किसी राज्य मॆं यें कानून बना तो देवभूमि क्यों इस शब्द कों लाकर शर्मिंदगी उठवा रही हैं। अतः इसे हटाया जाये अन्यथा जनजागरण के माध्यम से प्रदेशवासी सड़कों पर होंगे।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व महासचिव रामलाल खंडूड़ी कें साथ गणेश डंगवाल ने कहा कि सरकार इस विषय को गंभीरता से पुनर्विचार करें औऱ बेहतरीन समझ कें अधिकारियों एवं संस्था कें प्रतिनिधियों कें साथ विचार विमर्श कर इस लिविंग रिलेशनशिप कों हटाए औऱ बेहतरीन उदहारण प्रस्तुत करें। अन्यथा उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच जल्द सड़कों पर उतरने कों बाध्य होगा। धरना देने वालों में केशव उनियाल, जगमोहन सिंह नेगी, रामलाल खंडूड़ी, प्रदीप कुकरेती, आमोद पैन्युली, विशम्भर दत्त बौंठीयाल, चन्द्रकिरण राणा, पूरण सिंह लिंगवाल, गणेश डंगवाल, मनोज नौटियाल, बुद्धिराम रतूड़ी, हरी सिंह मेहर, धनंजय घिल्डियाल, विनोद असवाल, नरेन्द्र नौटियाल, पुष्पलता सिलमाणा, राधा तिवारी, सुलोचना भट्ट, तारा पाण्डे, संगीता रावत, अरुणा थपलियाल, शकुन्तला रावत, द्वारिका बिष्ट, सुभागा फर्स्वाण, प्रभात डण्डरियाल, रोशनी देवी, सरोजनी नौटियाल, देवेस्वरी रावत, पुष्पा रावत, विरेन्द्र सिंह, सुशीला चमोली, राजेश्वरी रावत, मीरा गुसांई, राजेश्वरी ममगांई, यशोदा रावत, सुनीता बहुगुणा, कल्पेस्वरी राणा, सुरेन्द्र नेगी, शिला जखमोला, राजेश्वरी देवी आदि।