ज्योतिर्मठ पुलिस ने शातिर वाहन ठग को जयपुर से दबोचा

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

चमोली। आम जनता के भरोसे और मेहनत की कमाई से खिलवाड़ करने वालों के लिए चमोली पुलिस का स्पष्ट संदेश है-अपराधी कहीं भी छिपा हो, कानून से बच पाना नामुमकिन है। इसी क्रम में कोतवाली ज्योतिर्मठ पुलिस ने एक सुनियोजित वाहन ठगी के मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए शातिर अभियुक्त को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया है। विगत 24 नवंबर को रूपेश पँवार निवासी पांडुकेश्वर, थाना गोविन्दघाट द्वारा कोतवाली ज्योतिर्मठ में तहरीर दी गई कि वह गोविन्दघाट क्षेत्र में “शिवम टूर एंड ट्रैवल्स” नाम से वाहन बुकिंग का कार्य करता है। वादी ने बताया कि ऋषिकेश से संचालित “बद्री-केदार टूर एंड ट्रैवल्स” का मालिक, जो पिछले कुछ समय से उसके संपर्क में था, ने सरकारी कार्यालय में वाहन लगाने का झांसा देकर उसके भाई के नाम पर पंजीकृत वाहन संख्या UK 07 DD 1414 (इनोवा क्रिस्टा) को ₹42,000/- प्रतिमाह पर टिहरी स्थित एडीएम कार्यालय में लगाने का झूठा आश्वासन दिया। 1 वर्ष से अधिक समय से अभियुक्त उक्त वाहन को ज्योतिर्मठ से ले गया, लेकिन न तो वाहन एडीएम कार्यालय में लगाया गया और न ही वापस किया गया। इसके बाद अभियुक्त लगातार नए-नए बहाने बनाकर वाहन स्वामी को गुमराह करता रहा।

तहरीर के आधार पर कोतवाली ज्योतिर्मठ में मुकदमा अपराध संख्या 40/2025, धारा 316 (2) बीएनएस पंजीकृत किया गया। मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए तथा अभियुक्त द्वारा सरकारी विभागों की प्रतिष्ठा को दांव पर लगाकर ठगी करने के प्रयास को गंभीर अपराध मानते हुए पुलिस अधीक्षक चमोली सुरजीत सिंह पँवार ने प्रकरण का तत्काल संज्ञान लेकर तत्काल विशेष टीम गठित करने के निर्देश दिए। पुलिस उपाधीक्षक मदन सिंह के पर्यवेक्षण और प्रभारी निरीक्षक ज्योतिर्मठ देवेन्द्र रावत के नेतृत्व में टीम ने अपराधी का पीछा शुरू किया।

पुलिस टीम ने मोबाइल सर्विलांस और पतारसी-सुरागरसी के जरिए अभियुक्त का पीछा किया। शातिर ठग पुलिस को छकाने के लिए ठिकाने बदलता रहा। टीम ने पहले मथुरा और वृन्दावन में छापेमारी की, लेकिन अभियुक्त वहां से निकल चुका था। अंततः तकनीकी इनपुट के आधार पर पुलिस टीम जयपुर (राजस्थान) पहुँची और घेराबंदी कर अभियुक्त प्रवीन सिंह पुत्र भानु सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट अमसारी, थाना देवप्रयाग, जनपद टिहरी गढवाल उम्र 28 वर्ष को दबोच लिया। मॉडस ऑपेरेंडी (अपराध काम करने का तरीका) पूछताछ के दौरान प्रवीन सिंह ने कबूला कि वह भोली-भाली जनता और वाहन स्वामियों को विश्वास में लेकर उनकी गाड़ियाँ ‘सरकारी विभागों’ में लगवाने का झांसा देता था। इसके बाद वह उन गाड़ियों को खुद बुकिंग पर चलाकर मोटी कमाई करता था और काम निकल जाने पर या पकड़े जाने के डर से गाड़ी कहीं भी लावारिस छोड़कर फरार हो जाता था। बरामद आरसी इस बात का सबूत हैं कि वह कई अन्य लोगों को भी अपना शिकार बना चुका है।

अभियुक्त ने यह भी कबूल किया कि यूके 07 डीडी 1414 इनोवा क्रिस्टा वाहन को वह स्वयं सवारी बुकिंग में चला रहा था और वाहन स्वामी को लगातार भ्रम में रख रहा था। चमोली पुलिस द्वारा शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार कर आज  न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। एसपी चमोली सुरजीत सिंह पँवार ने गिरफ्तारी पर कड़ा संदेश देते हुए कहा कि “अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो और देश के किसी भी कोने में छिपा हो, वह कानून की पकड़ से बच नहीं सकता। जनता के विश्वास के साथ धोखा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

 

 

 

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