सरकार का मूल उद्देश्य जनता की सेवा : उप मुख्यमंत्री

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस

सहारनपुर, 29 नवम्बर। उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन ब्रजेश पाठक ने जनपद भ्रमण के दौरान दोपहर 12ः00 बजे राजकीय मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन शल्य कक्ष में 1.44 करोड की CO₂ लेजर, लगभग 10 लाख रूपये की ब्रेनस्टेम इवोक्ड रिस्पोंस ऑडियोमेट्री, 05 लाख रूपये की स्टैफिट ईईजी, 01 लाख रूपये की बायोफीडबैक मशीन तथा मल्टी बिहेवियर थेरेपी का उद्घाटन  किया गया। ईईजी मशीन के माध्यम से मस्तिष्क की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी तथा संबंधित रोगों को समझने एवं निदान करने में सहायता मिलेगी। यह मिर्गी के ऐसे रोगी जिनमें निदान कठिन है के रोग को समझने में सहायक रहेगी। अत्याधुनिक बेरा मशीन के माध्यम से सुनने की आंतरिक प्रक्रिया का अध्ययन किया जा सकेगा तथा रोगियों के निदान एवं उपचार में सहायता मिलेगी। CO₂ लेजर मशीन द्वारा शल्य चिकित्सा में गुणवत्ता के साथ जटिल सर्जरी संपादित करने में सहायता मिलेगी। इस प्रकार की सर्जरी लगभग रक्त विहीन रहेगी। मल्टी बिहेवियर थेरेपी द्वारा कुछ मानसिक रोगों के औषधि के अतिरिक्त उपचार करने में सहायता मिलेगी। उन्होने राजकीय मेडिकल कॉलेज में उपस्थित मरीजों से वार्ता कर उनकी समस्याओं के तत्काल समाधान के लिए संबंधित को निर्देश दिये। इसके पश्चात ब्रजेश पाठक ने राजकीय मेडिकल कॉलेज के सभागार में जनपद के प्रशासनिक एवं चिकित्सीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर उन्होने बिन्दुवार समीक्षा करते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालयों तथा सीएचसी, पीएचसी, हेल्थ वेलनेस सेन्टर में उपलब्ध सुविधाएं स्टाफ, दवाईयों के बारे में जानकारी ली। ब्रजेश पाठक ने निर्देश दिए कि राजकीय मेडिकल कॉलेज के अन्दर शीत लहर से बचने के लिए रैन बसेरा तैयार किया जाए ताकि तीमारदारों को ठण्ड से बचाया जा सके। इस कार्य के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज को नम्बर एक बनाना चाहते है इसके लिए शासन स्तर से सभी सुविधाएं उपलब्ध करवायी जायेंगी। मेडिकल कॉलेज में जिन मशीनों की आवश्यकता है उसके बारे में प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए। सभी चिकित्सालयों में दवाओं की उपलब्धता रहनी चाहिए। दवा बाहर से खरीदने के लिए न लिखा जाए। सरकारी चिकित्सालयों का दवाई पर्चा दवा के लिए बाहर जाता है तो यह अपराध की श्रेणी में आयेगी। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि यह सुनिश्तिच कराया जाए कि सरकारी चिकित्सालयों में दवाओं की उपलब्धता बनी रहे जिससे दवाओं को बाहर से न खरीदा जाए। उन्होने अपर निदेशक चिकित्सा एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि 05 अस्पतालों का निरीक्षण प्रतिदिन किया जाए। इस संदर्भ में उन्होने कहा कि प्रशासनिक दायित्वों के साथ चिकित्सीय दायित्वों का निर्वहन भी किया जाए। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि संविदा पर उपलब्ध पदों के सापेक्ष यथाशीघ्र नियुक्ति करना सुनिश्चित करें ताकि चिकित्सकों की उपलब्धता को बढाया जा सके। जिले में स्थित हेल्थ वेलनेस सेंटर की जानकारी लेने के बाद उन्होने निर्देश दिये कि हेल्थ वेलनेस सेंटर का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए साथ ही सभी को यह जानकारी दी जाये कि सामान्य रोगों की दवाएं दी जाती है एवं गंभीर रोगियों को देखने के लिए टेली मेडिसिन की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होने संजीवनी एप को बढाने के निर्देश दिए तथा सभी चिकित्सकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कार्य का परिणाम दें अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही की जायेगी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सरकार का मूल उद्देश्य लोगों की सेवा करना है। आयुष्मान कार्ड की स्थिति की जानकारी लेने के बाद उन्होने कहा कि यथाशीघ्र लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध करवाया जाए। उन्होने चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ को निर्देश दिए कि मरीजों एवं उनके तीमारदारों से मधुर व्यवहार करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर माननीय राज्यमंत्री संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास विभाग उप्र श्री जसवंत सिंह सैनी, सांसद कैराना श्री प्रदीप चौधरी, विधायक नकुड श्री मुकेश चौधरी, विधायक गंगोह श्री किरत सिंह, जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज श्री अरविन्द त्रिवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजीव मांगलिक, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री महेन्द्र सैनी, पूर्व सांसद श्री राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक श्री नरेश सैनी, पूर्व विधायक श्री जगपाल सहित प्रशासनिक, चिकित्सीय अधिकारीगण एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

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